Metronama

Publisher:
Sarthak (An imprint of Rajkamal Prakashan)
| Author:
Devesh
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback

200

Save: 20%

In stock

Ships within:
3-5 days
16 People watching this product now!

In stock

ISBN:
SKU 9789360867669 Categories , , Tag
Page Extent:
204

जैसा यह दिल्ली महानगर है, वैसी ही परतदार हैं मेट्रोनामा की ये कहानियाँ । देवेश की निगाहें इन परतों को प्यार, चुहल, हसरत और बारीकी से देखती हैं। किताब में बहुत कुछ निब्बा-निब्बी रंग का इश्क़, गाँव से आए देहाती परिवारों की ठसक, शहर में काम करने वाले मज़दूरों के सपने, रंग-बिरंगे गुन-गुन करते बच्चे, कुनमुनाते – झींखते अंकल-आंटियाँ, मेट्रो के दिलजले कमेंटबाज़, हक़ के लिए ज़िद ठाने लड़कियाँ और शाइस्ता बुजुर्ग वग़ैरह-वग़ैरह। इतने तरह के लोगों की इतनी जीवित कहानियों से गुज़रते हुए आप मुस्कराएँगे, हँसेंगे, उदास होंगे और कई बार आपकी आँखें भर आएँगी। मेट्रोनामा सिर्फ़ मेट्रो की कहानियों का गुलदस्ता नहीं है । यह मेट्रो के भीतर और बाहर बदलते शहर, रिश्तों और ज़िन्दगी का आईना है। यह किताब समग्रता में मेट्रो सिटी का एक नया ही नक़्शा खींचती है, जो आमतौर पर हमसे अनदेखा रह जाता है। इस नई नज़र की दिल्ली मेट्रो में आपका स्वागत है!

0 reviews
0
0
0
0
0

There are no reviews yet.

Be the first to review “Metronama”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You have to be logged in to be able to add photos to your review.

Description

जैसा यह दिल्ली महानगर है, वैसी ही परतदार हैं मेट्रोनामा की ये कहानियाँ । देवेश की निगाहें इन परतों को प्यार, चुहल, हसरत और बारीकी से देखती हैं। किताब में बहुत कुछ निब्बा-निब्बी रंग का इश्क़, गाँव से आए देहाती परिवारों की ठसक, शहर में काम करने वाले मज़दूरों के सपने, रंग-बिरंगे गुन-गुन करते बच्चे, कुनमुनाते – झींखते अंकल-आंटियाँ, मेट्रो के दिलजले कमेंटबाज़, हक़ के लिए ज़िद ठाने लड़कियाँ और शाइस्ता बुजुर्ग वग़ैरह-वग़ैरह। इतने तरह के लोगों की इतनी जीवित कहानियों से गुज़रते हुए आप मुस्कराएँगे, हँसेंगे, उदास होंगे और कई बार आपकी आँखें भर आएँगी। मेट्रोनामा सिर्फ़ मेट्रो की कहानियों का गुलदस्ता नहीं है । यह मेट्रो के भीतर और बाहर बदलते शहर, रिश्तों और ज़िन्दगी का आईना है। यह किताब समग्रता में मेट्रो सिटी का एक नया ही नक़्शा खींचती है, जो आमतौर पर हमसे अनदेखा रह जाता है। इस नई नज़र की दिल्ली मेट्रो में आपका स्वागत है!

About Author

देवेश सोशल मीडिया पर #मेट्रोनामा के लिए चर्चित देवेश का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के इब्राहिमपुर गाँव में 8 अक्टूबर, 1985 को हुआ। प्रारम्भिक शिक्षा गाँव से हुई। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम.ए. किया। मन से पुरबिया और भोजपुरिया हैं। सिनेमा, संगीत और क्रिकेट में इनकी गहरी दिलचस्पी है। पेशे से अध्यापक हैं
0 reviews
0
0
0
0
0

There are no reviews yet.

Be the first to review “Metronama”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You have to be logged in to be able to add photos to your review.

YOU MAY ALSO LIKE…

Recently Viewed