Vijayi Bhav

Publisher:
Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
| Author:
Dr.A.P.J. Abdul Kalam/Arun Kumar Tiwari
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
Author:
Dr.A.P.J. Abdul Kalam/Arun Kumar Tiwari
Language:
Hindi
Format:
Paperback

225

Save: 25%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Weight 250 g
Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789351865957 Category
Category:
Page Extent:
176

विजयी भव हम भारतीयों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सभी जरूरी संसाधन पर्याप्‍त मात्रा में देश में उपलब्ध हैं। हमारे यहाँ बहुत सी नीतियाँ और स्थँ हैं। चुनौती है तो बस शिक्षकों, विद्यार्थियों और तकनीक-विज्ञान को एक सूत्र में पिरोकर एक दिशा में चिंतन करने की। प्रस्तुत पुस्तक राष्‍ट्रीय परिप्रेक्ष्य में चिंतन के विविध आयामों को खोलती है, अनेक व्यावहारिक चुनौतियाँ प्रस्तुत करती है और कई महत्त्वपूर्ण प्रश्‍न पाठकों के सामने रखती है। डॉ. कलाम देश के छात्र व युवा-शक्‍ति को त, नैतिक एवं बौद्धिक विकास की ओर प्रवृत्त होने का संदेश देते हैं। वैज्ञानिक और तकनीकी खोजों को सही ढंग से मनुष्य के विकास में उपयोग करने के विचार को बल देते हैं। विजयी भव डॉ. कलाम के भारत को महाशक्‍ति बनाने के स्वप्न को दिशा देनेवाली कृति है। इसमें शिक्षा व शिक्षण की पृष्‍ठभूमि, मानव जीवन-चक्र, परिवारों के सदस्यों के बीच प्र संबंध, कार्य की उपयोगिता, नेतृत्व के गुण, विज्ञान की प्रकृति, अध्यात्म तथा नैतिकता पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है। यह कृति डॉ. कलाम की पूर्व प्रकाशित पुस्तकों की श्रृंखला की महत्त्वपूर्ण कड़ी है, जो हमें सामाजिक एवं राष्‍ट्रीय जीवन में अपनी प्रवीणताओं और कुशलताओं के साथ विजयी होने की प्रेरणा देती है|

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Vijayi Bhav”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

विजयी भव हम भारतीयों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सभी जरूरी संसाधन पर्याप्‍त मात्रा में देश में उपलब्ध हैं। हमारे यहाँ बहुत सी नीतियाँ और स्थँ हैं। चुनौती है तो बस शिक्षकों, विद्यार्थियों और तकनीक-विज्ञान को एक सूत्र में पिरोकर एक दिशा में चिंतन करने की। प्रस्तुत पुस्तक राष्‍ट्रीय परिप्रेक्ष्य में चिंतन के विविध आयामों को खोलती है, अनेक व्यावहारिक चुनौतियाँ प्रस्तुत करती है और कई महत्त्वपूर्ण प्रश्‍न पाठकों के सामने रखती है। डॉ. कलाम देश के छात्र व युवा-शक्‍ति को त, नैतिक एवं बौद्धिक विकास की ओर प्रवृत्त होने का संदेश देते हैं। वैज्ञानिक और तकनीकी खोजों को सही ढंग से मनुष्य के विकास में उपयोग करने के विचार को बल देते हैं। विजयी भव डॉ. कलाम के भारत को महाशक्‍ति बनाने के स्वप्न को दिशा देनेवाली कृति है। इसमें शिक्षा व शिक्षण की पृष्‍ठभूमि, मानव जीवन-चक्र, परिवारों के सदस्यों के बीच प्र संबंध, कार्य की उपयोगिता, नेतृत्व के गुण, विज्ञान की प्रकृति, अध्यात्म तथा नैतिकता पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है। यह कृति डॉ. कलाम की पूर्व प्रकाशित पुस्तकों की श्रृंखला की महत्त्वपूर्ण कड़ी है, जो हमें सामाजिक एवं राष्‍ट्रीय जीवन में अपनी प्रवीणताओं और कुशलताओं के साथ विजयी होने की प्रेरणा देती है|

About Author

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Vijayi Bhav”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED