Qaidi no. 100

Publisher:
HIND POCKET BOOKS PRINTS
| Author:
SHARMA, VED PRAKASH
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback

158

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384

कैदी नंबर 100 एक प्रतिभाशाली छात्रा संगीता की कहानी है। लेकिन वह इतने निर्धन परिवार से है कि किसी अच्छे कालेज में अध्ययन नहीं कर सकती। परंतु प्रोफसेर दिवाकर उसकी योग्यता को पहचान लेता है। संगीता को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने हेतु प्रोफेसर को चोरी भी करनी पड़ती है। गुरु और शिष्या के पवित्र रिश्ते पर लोग उँगलियाँ उठाते हैं, लेकिन ऐसा क्या होता है कि जब संगीता नए नाम नीलम से एक महान वैज्ञानिक बन जाती है तो उसे अपने ही पति की हत्या करनी पड़ती है और एक और नई पहचान मिलती है कैदी नंबर 100 और प्रोफेसर दिवाकर भी क्यों एक घोर अपराधी बन जाता है, जो कैदी नंबर 100 का अपहरण कर इस महान वैज्ञानिक से ऐसी दवाई ईजाद करवाना चाहता है, जिसके प्रयोग से वह सारी दुनिया को कोढ़ी बनाना चाहता है।

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Description

कैदी नंबर 100 एक प्रतिभाशाली छात्रा संगीता की कहानी है। लेकिन वह इतने निर्धन परिवार से है कि किसी अच्छे कालेज में अध्ययन नहीं कर सकती। परंतु प्रोफसेर दिवाकर उसकी योग्यता को पहचान लेता है। संगीता को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने हेतु प्रोफेसर को चोरी भी करनी पड़ती है। गुरु और शिष्या के पवित्र रिश्ते पर लोग उँगलियाँ उठाते हैं, लेकिन ऐसा क्या होता है कि जब संगीता नए नाम नीलम से एक महान वैज्ञानिक बन जाती है तो उसे अपने ही पति की हत्या करनी पड़ती है और एक और नई पहचान मिलती है कैदी नंबर 100 और प्रोफेसर दिवाकर भी क्यों एक घोर अपराधी बन जाता है, जो कैदी नंबर 100 का अपहरण कर इस महान वैज्ञानिक से ऐसी दवाई ईजाद करवाना चाहता है, जिसके प्रयोग से वह सारी दुनिया को कोढ़ी बनाना चाहता है।

About Author

10 जून, 1955 को मेरठ में जन्मे वेद प्रकाश शर्मा हिंदी के लोकप्रिय उपन्यासकार थे। उनके पिता पं. मिश्रीलाल शर्मा मूलत: मुजफ्फरनगर जिले के बिहरा गांव के रहने वाले थे। वेद प्रकाश शर्मा के 176 उपन्यास प्रकाशित हुए। इसके अतिरिक्त इन्होंने खिलाड़ी शृंखला की फिल्मों की पटकथाएं भी लिखी। वर्दी वाला गुंडा वेद प्रकाश शर्मा का सफलतम थ्रिलर उपन्यास है। इस उपन्यास की आजतक लगभग 8 करोड़ प्रतियाँ बिक चुकी हैं। भारत में जनसाधारण में लोकप्रिय थ्रिलर उपन्यासों की दुनिया में यह उपन्यास क्लासिक का दर्जा रखता है।
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