MALYAJ KE PATRA
Publisher:
| Author:
| Language:
| Format:
Publisher:
Author:
Language:
Format:
₹695 ₹556
Save: 20%
In stock
Ships within:
In stock
ISBN:
Page Extent:
मलयज सक्षम कवि और कुशाग्र आलोचक थे। उन्होंने औपचारिक आलोचना के अलावा अपनी डायरियों में बहुत मूल्यवान् चिन्तन दर्ज किया है। प्रेमलता वर्मा, जो प्रसिद्ध कवयित्री – कथाकार – अनुवादक हैं, को लिखे गये मलयज के पत्र मूल्यवान् साहित्य सामग्री हैं। वे उनके पारिवारिक जीवन और उसमें उन जैसे लेखक का उलझाव और भूमिका अन्तरंग ढंग से व्यक्त करते हैं। दूसरे, उनमें समय, समाज, सचाई, आत्म, सृजन, आलोचना आदि से लेकर, कई लेखकों और रचनाओं पर बहुत कुशाग्र टिप्पणियाँ हैं। तीसरे, इन पत्रों में मलयज के समय का एक आत्मीय और चुपचाप किया गया वस्तुनिष्ठ लेखा-जोखा भी है।
मलयज सक्षम कवि और कुशाग्र आलोचक थे। उन्होंने औपचारिक आलोचना के अलावा अपनी डायरियों में बहुत मूल्यवान् चिन्तन दर्ज किया है। प्रेमलता वर्मा, जो प्रसिद्ध कवयित्री – कथाकार – अनुवादक हैं, को लिखे गये मलयज के पत्र मूल्यवान् साहित्य सामग्री हैं। वे उनके पारिवारिक जीवन और उसमें उन जैसे लेखक का उलझाव और भूमिका अन्तरंग ढंग से व्यक्त करते हैं। दूसरे, उनमें समय, समाज, सचाई, आत्म, सृजन, आलोचना आदि से लेकर, कई लेखकों और रचनाओं पर बहुत कुशाग्र टिप्पणियाँ हैं। तीसरे, इन पत्रों में मलयज के समय का एक आत्मीय और चुपचाप किया गया वस्तुनिष्ठ लेखा-जोखा भी है।
About Author
Reviews
There are no reviews yet.
Related products
RELATED PRODUCTS
BHARTIYA ITIHAAS KA AADICHARAN: PASHAN YUG (in Hindi)
Save: 15%
BURHANPUR: Agyat Itihas, Imaratein aur Samaj (in Hindi)
Save: 15%
Reviews
There are no reviews yet.