Kuchh Aap Beeti Kuchh Jaga Beeti

Publisher:
Bharatiya Jnanpith
| Author:
Anumita Sharma
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Bharatiya Jnanpith
Author:
Anumita Sharma
Language:
Hindi
Format:
Hardback

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SKU 9789387919761 Categories , , Tag
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कुछ आपबीती कुछ जगबीती संग्रह में एक लम्बी और नौ छोटी कहानियाँ है। शीर्षक कहानी, कुछ आपबीती कुछ जगबीती, जो अंतिम और सबसे लम्बी कहानी हैं, उसमें भी छः छोटी कहानियाँ है। उसके छः पात्र एक जगह मिलते हैं और अपनी-अपनी अनोखी कहानियाँ सुनाते हैं जिन्हें किसी एक शैली में नहीं बांधा जा सकता। किताब की ज़्यादातर कहानियों के केंद्र में अकेलापन है। पात्र स्त्रियाँ भी हैं, और पुरुष भी, जो अकेलेपन से जूझ रहे हैं। कुछ घटनाएँ गाँव के परिवेश की हैं और कुछ शहर और महानगर की।

हर तरह के कथानक में कुछ साधारण से प्रतीत होने वाले असाधारण किरदार हैं, एक-दो कहानियों में उनके साथ कुछ अद्भुत घटित होता है, परन्तु जो अलौकिक अनुभव हैं वो वास्तविक जीवन की प्रतिक्रिया में होते हैं, और कभी-कभी यथार्थ और कल्पना के बीच की महीन रेखा मिट सी जाती है। कहानियों में आप कई विलक्षण स्त्रियों से मिलेंगे, जो अपनी शर्तों पर अलग तरह की ज़िंदगी जी रही हैं। प्रेम की बातें भी होती हैं; कुछ प्रेम में हारे हुए पात्र हैं और किसी को प्रेम की तलाश है। विषय अलग-अलग हैं परन्तु किसी ना किसी तरह से हर कहानी के मूल में अकेलेपन की वेदना है।

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Description

कुछ आपबीती कुछ जगबीती संग्रह में एक लम्बी और नौ छोटी कहानियाँ है। शीर्षक कहानी, कुछ आपबीती कुछ जगबीती, जो अंतिम और सबसे लम्बी कहानी हैं, उसमें भी छः छोटी कहानियाँ है। उसके छः पात्र एक जगह मिलते हैं और अपनी-अपनी अनोखी कहानियाँ सुनाते हैं जिन्हें किसी एक शैली में नहीं बांधा जा सकता। किताब की ज़्यादातर कहानियों के केंद्र में अकेलापन है। पात्र स्त्रियाँ भी हैं, और पुरुष भी, जो अकेलेपन से जूझ रहे हैं। कुछ घटनाएँ गाँव के परिवेश की हैं और कुछ शहर और महानगर की।

हर तरह के कथानक में कुछ साधारण से प्रतीत होने वाले असाधारण किरदार हैं, एक-दो कहानियों में उनके साथ कुछ अद्भुत घटित होता है, परन्तु जो अलौकिक अनुभव हैं वो वास्तविक जीवन की प्रतिक्रिया में होते हैं, और कभी-कभी यथार्थ और कल्पना के बीच की महीन रेखा मिट सी जाती है। कहानियों में आप कई विलक्षण स्त्रियों से मिलेंगे, जो अपनी शर्तों पर अलग तरह की ज़िंदगी जी रही हैं। प्रेम की बातें भी होती हैं; कुछ प्रेम में हारे हुए पात्र हैं और किसी को प्रेम की तलाश है। विषय अलग-अलग हैं परन्तु किसी ना किसी तरह से हर कहानी के मूल में अकेलेपन की वेदना है।

About Author

अनुमिता शर्मा जन्म और प्रारम्भिक शिक्षा मुज़फ्फरपुर बिहार में। हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर। पत्रकारिता में डिप्लोमा। दो अंग्रेज़ी उपन्यास द कर्स ऑफ यसटरडे, सम वेरी डिगनिफायड डिस्क्लोज़र्स नाम से प्रकाशित। सम्प्रति- स्वतंत्र लेखन।

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