![](https://padhegaindia.in/wp-content/themes/woodmart/images/lazy.png)
Save: 25%
![](https://padhegaindia.in/wp-content/themes/woodmart/images/lazy.png)
Save: 25%
Jahanaara Ek Khwab Ek Haqeeqat
Publisher:
| Author:
| Language:
| Format:
Publisher:
Author:
Language:
Format:
₹250 ₹200
Save: 20%
In stock
Ships within:
In stock
ISBN:
Page Extent:
जहाँआरा एक ख़्वाब, एक हक़ीक़त –
शाहजहाँ का शासन मुग़ल काल का स्वर्ण युग कहा जाता है और से हरम असली / खरा सोना थी मुग़ल शहज़ादी जहाँआरा। उसने अपनी माँ के बाद न केवल पिता को सँभाला बल्कि अपने हुनर प्रबन्धन से लेकर कारख़ानों के उत्पादन को बढ़ाया। उसने अगर एक तरफ सियासत को समझा तो वहीं सूफ़ीवाद को भी जिया । उसने झंझावातों का सामना किया तो पिता और प्रिय भाई दारा के ख़िलाफ़ हुए भाइयों को समझाने का अन्त तक प्रयास किया।
बन्दी पिता की अन्त तक सेवा की और फिर अपनी कार्यकुशलता, ईमानदारी के चलते छोटे भाई औरंगज़ेब के साथ भी मल्लिका-ए-जहाँ का पद दुबारा सँभाला ।
जहाँआरा एक ख़्वाब, एक हक़ीक़त –
शाहजहाँ का शासन मुग़ल काल का स्वर्ण युग कहा जाता है और से हरम असली / खरा सोना थी मुग़ल शहज़ादी जहाँआरा। उसने अपनी माँ के बाद न केवल पिता को सँभाला बल्कि अपने हुनर प्रबन्धन से लेकर कारख़ानों के उत्पादन को बढ़ाया। उसने अगर एक तरफ सियासत को समझा तो वहीं सूफ़ीवाद को भी जिया । उसने झंझावातों का सामना किया तो पिता और प्रिय भाई दारा के ख़िलाफ़ हुए भाइयों को समझाने का अन्त तक प्रयास किया।
बन्दी पिता की अन्त तक सेवा की और फिर अपनी कार्यकुशलता, ईमानदारी के चलते छोटे भाई औरंगज़ेब के साथ भी मल्लिका-ए-जहाँ का पद दुबारा सँभाला ।
About Author
Reviews
There are no reviews yet.
Related products
RELATED PRODUCTS
BHARTIYA ITIHAAS KA AADICHARAN: PASHAN YUG (in Hindi)
Save: 15%
BURHANPUR: Agyat Itihas, Imaratein aur Samaj (in Hindi)
Save: 15%
Reviews
There are no reviews yet.