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Garud Puran

Publisher:
Rajpal and Sons
| Author:
Devdutt Pattanaik
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Rajpal and Sons
Author:
Devdutt Pattanaik
Language:
Hindi
Format:
Paperback

276

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1-4 Days

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SKU 9789389373844 Categories ,
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176

गरुड़ पुराण अट्ठारह महापुराणों में एक है जिसका उद्देश्य व्यक्ति को जीवन में सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देना है। ऐसी मान्यता है कि जो गरुड़ पुराण की शिक्षाओं को अपने जीवन में पालन कर लेता है उसे मृत्यु के बाद ईश्वर के चरणों में स्थान मिल जाता है। इस कारण हिन्दू धर्म में गरुड़ पुराण का बहुत महत्त्व है और इसको सुनने-सुनाने की परंपरा है जिससे मृतक की आत्मा को शांति प्राप्त हो।
इस पुस्तक के 11 अध्यायों में देवदत्त पट्टनायक ने गरुड़ पुराण का सरल भाषा में सार प्रस्तुत किया है और उनकी अपनी विशिष्ट शैली में बनी तस्वीरें इसकी रोचकता को बढ़ाती हैं।

पौराणिक कहानियों, मिथकों, संस्कारों और रीति-रिवाज़ों का आधुनिक ज़िन्दगी में महत्त्व के विषय पर देवदत्त पट्टनायक 1996 से लगातार लिखते आ रहे हैं और अब तक उनकी 50 पुस्तकें और 1000 से अधिक स्तम्भ प्रकाशित हो चुके हैं। वे कई टीवी चैनल और कम्पनियों के लिए लीडरशिप और शासन-विधि के क्षेत्र में सलाहकार के रूप में काम करते हैं। ‘देवलोक’ और ‘बिज़नेस सूत्र’ उनके लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम हैं। शिव के सात रहस्य, विष्णु के सात रहस्य, देवी के सात रहस्य, भारतीय पौराणिक कथाएँ, भारत में देवी, पशु, सीता के पाँच निर्णय, शिव से शंकर, ओलिम्पस और महाभारत के योद्धा उनकी अन्य बहुचर्चित पुस्तकें हैं। लेखक के बारे में www.devdutt.com पर आप और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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Description

गरुड़ पुराण अट्ठारह महापुराणों में एक है जिसका उद्देश्य व्यक्ति को जीवन में सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देना है। ऐसी मान्यता है कि जो गरुड़ पुराण की शिक्षाओं को अपने जीवन में पालन कर लेता है उसे मृत्यु के बाद ईश्वर के चरणों में स्थान मिल जाता है। इस कारण हिन्दू धर्म में गरुड़ पुराण का बहुत महत्त्व है और इसको सुनने-सुनाने की परंपरा है जिससे मृतक की आत्मा को शांति प्राप्त हो।
इस पुस्तक के 11 अध्यायों में देवदत्त पट्टनायक ने गरुड़ पुराण का सरल भाषा में सार प्रस्तुत किया है और उनकी अपनी विशिष्ट शैली में बनी तस्वीरें इसकी रोचकता को बढ़ाती हैं।

पौराणिक कहानियों, मिथकों, संस्कारों और रीति-रिवाज़ों का आधुनिक ज़िन्दगी में महत्त्व के विषय पर देवदत्त पट्टनायक 1996 से लगातार लिखते आ रहे हैं और अब तक उनकी 50 पुस्तकें और 1000 से अधिक स्तम्भ प्रकाशित हो चुके हैं। वे कई टीवी चैनल और कम्पनियों के लिए लीडरशिप और शासन-विधि के क्षेत्र में सलाहकार के रूप में काम करते हैं। ‘देवलोक’ और ‘बिज़नेस सूत्र’ उनके लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम हैं। शिव के सात रहस्य, विष्णु के सात रहस्य, देवी के सात रहस्य, भारतीय पौराणिक कथाएँ, भारत में देवी, पशु, सीता के पाँच निर्णय, शिव से शंकर, ओलिम्पस और महाभारत के योद्धा उनकी अन्य बहुचर्चित पुस्तकें हैं। लेखक के बारे में www.devdutt.com पर आप और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

About Author

पौराणिक विषयों के जाने-माने विशेषज्ञ हैं। पौराणिक कहानियों, संस्कारों और रीति-रिवाज़ों का हमारी आधुनिक ज़िन्दगी में क्या महत्त्व है, इस विषय पर वह लिखते भी हैं और जगह-जगह व्याख्यान भी देते हैं। इनकी तीस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और टीवी पर इनका कार्यक्रम भी दिखाया जाता है। शिव के सात रहस्य, शिखण्डी और कुछ अनसुनी कहानियाँ, देवी के सात रहस्य, पशु, भारतीय पौराणिक कथाएँ, भारत में देवी, शिव से शंकर तक और सीता के पाँच निर्णय उनकी अन्य बहुचर्चित पुस्तकें हैं।

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