Amitabh Bachchan : Jeevan Gaatha

Publisher:
Vani Prakashan
| Author:
पुष्पा भारती
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Vani Prakashan
Author:
पुष्पा भारती
Language:
Hindi
Format:
Paperback

400

Save: 20%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789355180032 Category
Category:
Page Extent:
310

11 अक्तूबर 1942 को जन्मे अमिताभ बच्चन की पहली ‘फ़िल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ सन् 1969 में प्रदर्शित हुई थी; और केवल अटूट परिश्रम व वैविध्यपूर्ण अभिनय कर्म के बल पर लोकप्रियता का इतना विराट प्रभामण्डल उनके हिस्से आया कि अपने जीवनकाल में ही वे एक मिथक बन चुके हैं।

सदी के महानायक की इस जीवन गाथा का विशेष महत्त्व इसलिए भी है कि बच्चन परिवार की निकटतम मित्र, अत्यन्त संवेदनशील लेखिका पुष्पा भारती के द्वारा यह लिखी गयी है। बातें गिल्ली-डण्डा खेलने की उम्र की हॉ या अभिनय क्षेत्र के शुरुआती संघर्ष की हों, या जया भादुड़ी से विवाह की, या कुली फ़िल्म की शूटिंग के दौरान प्राणघातक चोट के कारण अस्पताल में बिताये दिनों की वे बातें जब सारे देश का चिन्ताकुल हृदय प्रार्थनाबद्ध हो गया था, या किशोरावस्था के घनिष्ठ मित्र राजीव गाँधी की बातें हों – सब कुछ पुष्पाजी ने बड़ी संजीदगी और संवेदना के साथ लिखी हैं।

हमारे समय के सर्वाधिक लोकप्रिय नायक के जीवन पर हिन्दी में छपी यह पहली और अकेली प्रामाणिक किताब है। क्योंकि पुष्पा भारती के ज़रिये पाठक खुद अमिताभ को सुनते हैं । जीवन, मृत्यु, राजनीति, परिवार, फ़िल्म व्यवसाय, ग्लैमर और साहित्य से जुड़े अमिताभ के सैकड़ों दुर्लभ अनुभव स्वयं अमिताभ जी के द्वारा बताये गये हैं। इसलिए अमिताभ बच्चन के अगणित प्रेमियों और प्रशंसकों के लिए तो यह किताब गीता या बाइबिल की तरह है। अनेकानेक मार्मिक और दुर्लभ प्रसंगों-संस्मरणों का ख़ज़ाना है यह जीवन गाथा। लोकप्रियता के सबसे ऊँचे शिखर पर खड़े हुए इस अभिनय सम्राट के साथ पुष्पा भारती द्वारा किये गये साक्षात्कारों को पढ़ते हुए मालूम होता है कि निजी जीवन और आचरण में भी यह शख़्स कितना सहज-सरल, विनम्र और संस्कारी है, रागात्मक और निष्कलुष है। बड़ा अभिनेता ही नहीं वह बड़ा इन्सान भी है।

-धीरेन्द्र अस्थाना

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Amitabh Bachchan : Jeevan Gaatha”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

11 अक्तूबर 1942 को जन्मे अमिताभ बच्चन की पहली ‘फ़िल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ सन् 1969 में प्रदर्शित हुई थी; और केवल अटूट परिश्रम व वैविध्यपूर्ण अभिनय कर्म के बल पर लोकप्रियता का इतना विराट प्रभामण्डल उनके हिस्से आया कि अपने जीवनकाल में ही वे एक मिथक बन चुके हैं।

सदी के महानायक की इस जीवन गाथा का विशेष महत्त्व इसलिए भी है कि बच्चन परिवार की निकटतम मित्र, अत्यन्त संवेदनशील लेखिका पुष्पा भारती के द्वारा यह लिखी गयी है। बातें गिल्ली-डण्डा खेलने की उम्र की हॉ या अभिनय क्षेत्र के शुरुआती संघर्ष की हों, या जया भादुड़ी से विवाह की, या कुली फ़िल्म की शूटिंग के दौरान प्राणघातक चोट के कारण अस्पताल में बिताये दिनों की वे बातें जब सारे देश का चिन्ताकुल हृदय प्रार्थनाबद्ध हो गया था, या किशोरावस्था के घनिष्ठ मित्र राजीव गाँधी की बातें हों – सब कुछ पुष्पाजी ने बड़ी संजीदगी और संवेदना के साथ लिखी हैं।

हमारे समय के सर्वाधिक लोकप्रिय नायक के जीवन पर हिन्दी में छपी यह पहली और अकेली प्रामाणिक किताब है। क्योंकि पुष्पा भारती के ज़रिये पाठक खुद अमिताभ को सुनते हैं । जीवन, मृत्यु, राजनीति, परिवार, फ़िल्म व्यवसाय, ग्लैमर और साहित्य से जुड़े अमिताभ के सैकड़ों दुर्लभ अनुभव स्वयं अमिताभ जी के द्वारा बताये गये हैं। इसलिए अमिताभ बच्चन के अगणित प्रेमियों और प्रशंसकों के लिए तो यह किताब गीता या बाइबिल की तरह है। अनेकानेक मार्मिक और दुर्लभ प्रसंगों-संस्मरणों का ख़ज़ाना है यह जीवन गाथा। लोकप्रियता के सबसे ऊँचे शिखर पर खड़े हुए इस अभिनय सम्राट के साथ पुष्पा भारती द्वारा किये गये साक्षात्कारों को पढ़ते हुए मालूम होता है कि निजी जीवन और आचरण में भी यह शख़्स कितना सहज-सरल, विनम्र और संस्कारी है, रागात्मक और निष्कलुष है। बड़ा अभिनेता ही नहीं वह बड़ा इन्सान भी है।

-धीरेन्द्र अस्थाना

About Author

पुष्पा भारती 11 जून 1935 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्म। 1955 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी में एम.ए. । 1956 से कलकत्ता विश्वविद्यालय से सम्बद्ध श्री शिक्षायतन कॉलेज में पाँच वर्ष अध्यापन । 1961 में डॉ. धर्मवीर भारती से विवाह के उपरान्त स्वतन्त्र लेखन कार्य प्रारम्भ । रेडियो और दूरदर्शन के लिए विभिन्न कार्यक्रम किये। भारत सरकार की बालचित्र निर्माण संस्था से जुड़ीं, फ़िल्म सेंसर बोर्ड में नियुक्ति । न्यूयॉर्क में सम्पन्न विश्व हिन्दी सम्मेलन में सक्रिय भागीदारी, प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी के साथ पत्रकार की हैसियत से अनेक देशों की यात्राएँ कीं । प्रकाशन : रोमांचक सत्य कथाएँ (दो भागों में), प्रेम पियाला जिन पिया, ढाई अक्षर प्रेम के, सरस संवाद, सफ़र सुहाने, आधुनिक साहित्य बोध, एक दुनिया बच्चों की, यादें, यादें..... और यादें... पुस्तकों के अलावा अनेक पुस्तकों का सम्पादन, जिनमें प्रमुख - अक्षर अक्षर यज्ञ, धर्मवीर भारती से साक्षात्कार, मेरी वाणी गैरिक- वसना, साँस की क़लम से, धर्मवीर भारती की साहित्य-साधना, हरिवंश राय बच्चन की साहित्य-साधना, पुष्पांजलि (धर्मवीर भारती के प्रेमपत्र) आदि । पुरस्कार/सम्मान : 1955 में 'डॉ. राजेन्द्र प्रसाद अखिल भारतीय वाद-विवाद प्रतियोगिता' में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व किया और स्वयं राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद जी के कर कमलों से प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया • साहित्य भूषण (उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान) • भारती गौरव (भारती पुरस्कार परिषद्, महाराष्ट्र) • सारस्वत सम्मान (आशीर्वाद संस्थान) • साहित्य श्री (स्वजन सम्मान) • महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी सम्मान • हिन्दी सेवा सम्मान (कालिदास अकादमी, उज्जैन) • चराग़-दैर (गालिब अकादमी, वाराणसी) • संस्कृति रत्न (वाजाल संस्था) • लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2019 (लिट् ओ फेस्ट)।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Amitabh Bachchan : Jeevan Gaatha”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED