Odiya ki Samkaleen Kahaniyan

Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
चयन व अनुवाद : राजेन्द्र प्रसाद मिश्र
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
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Jnanpith Vani Prakashan LLP
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चयन व अनुवाद : राजेन्द्र प्रसाद मिश्र
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Hindi
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Hardback

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ओड़िया की समकालीन कहानियाँ –

ओड़िया की समकालीन कहानियाँ में प्रतिनिधि कहानियाँ शामिल हैं। ओड़िया की इन चुनी हुई उन्नीस कहानियों में जिन कहानीकारों को शामिल किया गया है वे महज़ कहानीकार नहीं, उपन्यासकार भी हैं। ये कथाकार आज भी अपनी रचनाओं के ज़रिये एक विशेष पहचान बनाये हुए हैं। इनमें से कुछ कथाकारों की रचनाओं से हिन्दी के सुधी पाठक अच्छी तरह परिचित हैं।

इन कथाकारों की रचनाएँ हिन्दी में अनूदित होकर समय-समय पर हिन्दी की महत्त्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं, जैसे ‘धर्मयुग’, ‘सारिका’, ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’, ‘समकालीन भारतीय साहित्य’, ‘हंस’, ‘साक्षात्कार’, ‘कादम्बिनी’, ‘नया ज्ञानोदय’ में छपती रही हैं। जबकि संग्रह के कुछ कथाकार ऐसे भी हैं, जिनकी रचनाओं के अनुवाद हिन्दी में न हो पाने के कारण ये कथाकार और इनकी रचनाएँ हिन्दी पाठकों के समक्ष नहीं पहुँच पायीं। इस संग्रह के माध्यम से उनकी रचनाएँ पढ़ने का अवसर पहली बार पाठकों को मिलेगा ।

संग्रह के लगभग आधे से अधिक कथाकार केन्द्र साहित्य अकादेमी, नयी दिल्ली व ओड़िशा राज्य साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित हैं।

आशा है इसे अन्य संग्रहों की भाँति आपका स्नेह मिलेगा ।

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ओड़िया की समकालीन कहानियाँ –

ओड़िया की समकालीन कहानियाँ में प्रतिनिधि कहानियाँ शामिल हैं। ओड़िया की इन चुनी हुई उन्नीस कहानियों में जिन कहानीकारों को शामिल किया गया है वे महज़ कहानीकार नहीं, उपन्यासकार भी हैं। ये कथाकार आज भी अपनी रचनाओं के ज़रिये एक विशेष पहचान बनाये हुए हैं। इनमें से कुछ कथाकारों की रचनाओं से हिन्दी के सुधी पाठक अच्छी तरह परिचित हैं।

इन कथाकारों की रचनाएँ हिन्दी में अनूदित होकर समय-समय पर हिन्दी की महत्त्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं, जैसे ‘धर्मयुग’, ‘सारिका’, ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’, ‘समकालीन भारतीय साहित्य’, ‘हंस’, ‘साक्षात्कार’, ‘कादम्बिनी’, ‘नया ज्ञानोदय’ में छपती रही हैं। जबकि संग्रह के कुछ कथाकार ऐसे भी हैं, जिनकी रचनाओं के अनुवाद हिन्दी में न हो पाने के कारण ये कथाकार और इनकी रचनाएँ हिन्दी पाठकों के समक्ष नहीं पहुँच पायीं। इस संग्रह के माध्यम से उनकी रचनाएँ पढ़ने का अवसर पहली बार पाठकों को मिलेगा ।

संग्रह के लगभग आधे से अधिक कथाकार केन्द्र साहित्य अकादेमी, नयी दिल्ली व ओड़िशा राज्य साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित हैं।

आशा है इसे अन्य संग्रहों की भाँति आपका स्नेह मिलेगा ।

About Author

राजेन्द्र प्रसाद मिश्र जन्म : 6 अप्रैल 1955, रायरंगपुर, मयूरभंज (ओड़िशा)। एम.ए. (हिन्दी) व पीएच.डी. (जेएनयू, नयी दिल्ली) । अब तक ओड़िया से हिन्दी में अनूदित कुल 90 पुस्तकें प्रकाशित। विश्व हिन्दी सचिवालय, मॉरीशस में महासचिव, जेएनयू, नयी दिल्ली में एसोसिएट प्रोफ़ेसर (हिन्दी अनुवाद), एनटीपीसी लिमिटेड में महाप्रबन्धक (राजभाषा) और महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा में कुलसचिव रह चुके हैं। हिन्दी के प्रचार-प्रसार के सिलसिले में लन्दन, पैरिस, न्यूयॉर्क, सिंगापुर, मलेशिया, जोहान्सबर्ग, शारजाह, दुबई और मॉरीशस की यात्रा कर चुके हैं। विश्व हिन्दी सम्मान, जोहान्सबर्ग (2012) और साहित्य अकादेमी के अनुवाद पुरस्कार (1998) सहित लगभग बीस पुरस्कारों से सम्मानित । सम्पर्क : रायरंगपुर, मयूरभंज -757043 (ओड़िशा) मो. : 9650990245 ई-मेल : rm1020910@gmail.com

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