Lokrangi Prem Kathayen

Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
रवीद्र कालिया
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
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Jnanpith Vani Prakashan LLP
Author:
रवीद्र कालिया
Language:
Hindi
Format:
Paperback

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SKU 9788126340576 Category
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480

लोकरँगी प्रेम – कथाएँ –
‘लोकरँगी प्रेम-कथाएँ’ कहानी संकलन में कुछ प्रसिद्ध लोक कथाओं को शामिल किया गया है। ये कथाएँ लोक-जीवन और लोकव्यवहार के माध्यम से आंचलिक परिवेश में दाख़िल होती हैं और समस्त लोक आभा पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करती हैं।
साहित्य में आने वाली पीढ़ियाँ इन कथाओं को अपनी विरासत अवश्य मानेंगी। ये कहानियाँ भारतीय जनमानस का अविभाज्य अंग बन चुकी हैं। लैला मजनूँ, सोहनी महीँवाल, हीर राँझा, शीरीं फरहाद, नल दमयन्ती की कहानियाँ सैकड़ों वर्षों से हमारी चेतना में रच-बस चुकी हैं। यह संकलन इन्हीं कहानियों की स्मृति और अठखेलियों में रचा-बसा है।

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Description

लोकरँगी प्रेम – कथाएँ –
‘लोकरँगी प्रेम-कथाएँ’ कहानी संकलन में कुछ प्रसिद्ध लोक कथाओं को शामिल किया गया है। ये कथाएँ लोक-जीवन और लोकव्यवहार के माध्यम से आंचलिक परिवेश में दाख़िल होती हैं और समस्त लोक आभा पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करती हैं।
साहित्य में आने वाली पीढ़ियाँ इन कथाओं को अपनी विरासत अवश्य मानेंगी। ये कहानियाँ भारतीय जनमानस का अविभाज्य अंग बन चुकी हैं। लैला मजनूँ, सोहनी महीँवाल, हीर राँझा, शीरीं फरहाद, नल दमयन्ती की कहानियाँ सैकड़ों वर्षों से हमारी चेतना में रच-बस चुकी हैं। यह संकलन इन्हीं कहानियों की स्मृति और अठखेलियों में रचा-बसा है।

About Author

रवीन्द्र कालिया - जन्म: 1 अप्रैल, 1939। हिन्दी साहित्य में एम.ए.। प्रख्यात कथाकार, संस्मरण लेखक और यशस्वी सम्पादक। प्रमुख कृतियाँ: 'नौ साल छोटी पत्नी', 'ग़रीबी हटाओ', 'चकैया नीम', 'ज़रा-सी रोशनी', 'गली कूचे', 'रवीन्द्र कालिया की कहानियाँ' (कहानी संग्रह); 'ख़ुदा सही सलामत है', 'ए.बी.सी.डी.', '17 रानडे रोड' (उपन्यास); 'ग़ालिब छुटी शराब' (संस्मरण)। उल्लेखनीय सम्पादित पुस्तकें: 'मेरी प्रिय सम्पादित कहानियाँ', 'मोहन राकेश की श्रेष्ठ कहानियाँ' और 'अमरकान्त'। देश-विदेश में अनेक संकलनों में रचनाएँ सम्मिलित। विभिन्न विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में उपन्यास व कहानी शामिल। कई महाविद्यालयों में हिन्दी प्रवक्ता के रूप में कार्य। भारत सरकार द्वारा प्रकाशित 'भाषा' का सह-सम्पादन। 'धर्मयुग' में वरिष्ठ उप सम्पादक। अन्य सम्पादित पत्रिकाएँ: 'वर्तमान साहित्य' (कहानी महाविशेषांक), 'वर्ष अमरकान्त', 'साप्ताहिक गंगा यमुना' और 'वागर्थ'। अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक कार्यक्रमों के सन्दर्भ में अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान, नीदरलैंड, सूरीनाम व अन्य लातिन अमेरिकी देशों की यात्रा। प्रमुख सम्मान व पुरस्कार: 'शिरोमणि साहित्य सम्मान' (पंजाब); 'लोहिया अतिविशिष्ट सम्मान' (उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान); 'साहित्य भूषण सम्मान' (उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान); 'प्रेमचन्द सम्मान', 'पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सम्मान' (मध्य प्रदेश साहित्य अकादेमी) आदि।

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