Katha Viraat (HB)

Publisher:
Lokbharti
| Author:
SUDHAKAR ADEEB
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
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Lokbharti
Author:
SUDHAKAR ADEEB
Language:
Hindi
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Hardback

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भारत का स्वाधीनता आन्दोलन जिस प्रकार से लड़ा गया उसमें आए अनेक उतार-चढ़ाव और संघर्ष हमें प्राचीन ‘महाभारत’ की याद दिलाते हैं। ‘कथा विराट’ के 18 अध्यायों में भारतीयों द्वारा अंग्रेज़ों के विरुद्ध लड़े गए आधुनिक महाभारत की वृहद् कथा बेहद दिलचस्प और तथ्यपरक ढंग से शृंखलाबद्ध है। यह सन् 1915 से 1950 तक के 35 वर्षों के स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र निर्माण का एक सजीव इतिहास है।
महात्मा गांधी तो इस युग की आत्मा थे, किन्तु इस कथाकृति के महानायक हैं राष्ट्र-निर्माता सरदार पटेल। यह उपन्यास सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा वर्तमान के एकीकरण के लिए किए गए भगीरथ प्रयत्नों को समझने की एक दुर्लभ कुंजी भी है।  

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Description

भारत का स्वाधीनता आन्दोलन जिस प्रकार से लड़ा गया उसमें आए अनेक उतार-चढ़ाव और संघर्ष हमें प्राचीन ‘महाभारत’ की याद दिलाते हैं। ‘कथा विराट’ के 18 अध्यायों में भारतीयों द्वारा अंग्रेज़ों के विरुद्ध लड़े गए आधुनिक महाभारत की वृहद् कथा बेहद दिलचस्प और तथ्यपरक ढंग से शृंखलाबद्ध है। यह सन् 1915 से 1950 तक के 35 वर्षों के स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र निर्माण का एक सजीव इतिहास है।
महात्मा गांधी तो इस युग की आत्मा थे, किन्तु इस कथाकृति के महानायक हैं राष्ट्र-निर्माता सरदार पटेल। यह उपन्यास सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा वर्तमान के एकीकरण के लिए किए गए भगीरथ प्रयत्नों को समझने की एक दुर्लभ कुंजी भी है।  

About Author

सुधाकर अदीब

जन्म : 17 दिसम्बर, 1955; फ़ैजाबाद (उ.प्र)।

शिक्षा : हिन्दी साहित्य में एम.ए. करने के उपरान्त ‘हिन्दी उपन्यासों में प्रशासन' विषय पर एक महत्त्वपूर्ण एवं चर्चित शोध-प्रबन्ध रचकर पीएच.डी. की उपाधि अर्जित की।

हिन्दी साहित्य के साथ इतिहास का भी अध्ययन। उत्तर प्रदेश सिविल सेवा के विभिन्न प्रशासनिक पदों पर कार्य कर चुके डॉ. सुधाकर अदीब निदेशक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के पद से 31 दिसम्बर, 2015 को सेवानिवृत्त हुए।

प्रकाशित कृतियाँ : चार काव्य-संग्रह, चार कहानी-संग्रह, शोध-प्रबन्ध तथा छह उपन्यास— ‘अथ मूषक उवाच’, ‘चींटे के पर', ‘हमारा क्षितिज', ‘मम अरण्य', ‘शाने तारीख़ ', ‘रंग रांची', ‘कथा विराट'।

सम्मान : अनेक सम्मानों एवं पुरस्कारों से समादृत।

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