Baagbani : Ghar Ke Bhitar (PB)

Publisher:
RADHA
| Author:
Pratibha Arya
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
RADHA
Author:
Pratibha Arya
Language:
Hindi
Format:
Paperback

198

Save: 1%

Out of stock

Ships within:
1-4 Days

Out of stock

Weight 0.108 g
Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9788183611961 Category
Category:
Page Extent:

आज की महानगरीय व्यवस्था में खुला स्थान, वाटिका और उद्यान तो एक सपना ही बनता जा रहा है। जो लोग दो-तीन कमरों के फ्लैटों में रह रहे हैं, खुले स्थान के नाम पर एक छोटी सी बालकनी, बरामदा या फिर भाग्यशाली हुए तो छत है। वे कुछ फूल-पौधे लगाकर अपना घर सजाना चाहते हैं तो क्या नर्सरी वालों पर निर्भर रहें अथवा स्वयं पौधों की देखभाल का आनन्द उठाएं?यह पुस्तक ऐसे ही बागबानी प्रेमी लोगों के लिए लिखी गई है जो स्वयं ही घर में या छत पर किचेन गार्डन या सदाबहार पौधे लगाकर घर को सजाना चाहते हैं। इस पुस्तक में छत पर पौधे, बालकनी में पौधे, घर के अन्दर पौधे लगाना साथ ही सदाबहार बोंसाई, कैक्टस आदि पौधों की जानकारी दी गई है। इसके अलावा गमलों के रख-रखाव पर उपयोगी सामग्री तथा डिजाइनिंग आदि पर सम्पूर्ण जानकारी दी गई है। उम्मीद है यह पुस्तक घर में हरियाली के साथ खुशहाली भी लाएगी।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Baagbani : Ghar Ke Bhitar (PB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

आज की महानगरीय व्यवस्था में खुला स्थान, वाटिका और उद्यान तो एक सपना ही बनता जा रहा है। जो लोग दो-तीन कमरों के फ्लैटों में रह रहे हैं, खुले स्थान के नाम पर एक छोटी सी बालकनी, बरामदा या फिर भाग्यशाली हुए तो छत है। वे कुछ फूल-पौधे लगाकर अपना घर सजाना चाहते हैं तो क्या नर्सरी वालों पर निर्भर रहें अथवा स्वयं पौधों की देखभाल का आनन्द उठाएं?यह पुस्तक ऐसे ही बागबानी प्रेमी लोगों के लिए लिखी गई है जो स्वयं ही घर में या छत पर किचेन गार्डन या सदाबहार पौधे लगाकर घर को सजाना चाहते हैं। इस पुस्तक में छत पर पौधे, बालकनी में पौधे, घर के अन्दर पौधे लगाना साथ ही सदाबहार बोंसाई, कैक्टस आदि पौधों की जानकारी दी गई है। इसके अलावा गमलों के रख-रखाव पर उपयोगी सामग्री तथा डिजाइनिंग आदि पर सम्पूर्ण जानकारी दी गई है। उम्मीद है यह पुस्तक घर में हरियाली के साथ खुशहाली भी लाएगी।

About Author

प्रतिभा आर्य

जन्म : 1938 में अविभाजित भारत के लाहौर शहर में, परन्तु बचपन रुड़की, ज़िला हरिद्वार, उत्तरांचल में बीता। आरम्भिक शिक्षा रुड़की और उच्च शिक्षा लखनऊ में सम्पन्न हुई। मातृभाषा पंजाबी है, परन्तु हिन्दी, अंग्रेज़ी के अतिरिक्त उर्दू, संस्कृत व बांग्ला भाषा का भी पर्याप्त ज्ञान है।

1968 से 1983 तक दिल्ली की सर्वोत्तम व्यक्तिगत गृह वाटिका का पुरस्कार लगातार प्राप्त किया। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पुष्प प्रदर्शनियों में अनेक ट्राफ़ियों के साथ सर्वोच्च चैलेंज कप कई वर्षों तक लगातार जीतकर इस क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किया। पिछले दो दशक से भी अधिक समय से ‘वामा’, ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’, ‘संडे आब्जर्वर’, ‘कादम्बिनी’, ‘गृहशोभा’, ‘फलफूल’, ‘खेती’ जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में पर्यावरण, बाग़वानी एवं वृक्ष व पौधों पर लेखन। अब तक ढाई सौ से अधिक लेख छप चुके हैं। भारतीय मूल के वृक्षों पर साहित्यिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से सुन्दर अनुसन्धानात्मक लेख लिखे। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में पिछले अखिल भारतीय सेवाओं के प्रशिक्षणार्थियों के लिए बागवानी पर कार्यशालाएँ प्रस्तुत कीं। गुलाब, गुलदाउदी, डहलिया, कैक्टस व बोगनवेलिया की राष्ट्रीय संस्थाओं की आजीवन सदस्या और विभिन्न प्रसिद्ध पुष्प प्रदर्शनियों के निर्णायक मंडल में शामिल हैं।

प्रमुख कृतियाँ : ‘पेड़ों की कहानी’, पेड़ों की ज़ुबानी’ (सचित्र बालोपयोगी), ‘कुटकुट का कमाल’, ‘घोंसले की तलाश’ (बालोपयोगी कथा-पुस्तकें) एवं ‘महागाथा वृक्षों की’, ‘गृह वाटिका’ आदि।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Baagbani : Ghar Ke Bhitar (PB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED