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KAKAD KISSA
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निमाड़ी लोकबोली का स्थानीय शंड काकड़ का अर्थ है—गाँव की सरहद। इस तरह का काकड़ किस्सा गाँव और उसकी सरहद के इर्द-गिर्द बुना गया वह बयान है जो लीक से परे हमारे समय की पड़ताल करते हुए मानवीय संवेदनाओं के स्पर्श और उनके साथ हो रहे छल, बाजारवाद के फैलावे और उसमें जड़ होती जा रही सामाजिकता का रोचक आख्यान कहता है। यह इस महादेश का असल चेहरा है जिसे डिजिटल लीपापोती ढाक नहीं पाती।
निमाड़ी लोकबोली का स्थानीय शंड काकड़ का अर्थ है—गाँव की सरहद। इस तरह का काकड़ किस्सा गाँव और उसकी सरहद के इर्द-गिर्द बुना गया वह बयान है जो लीक से परे हमारे समय की पड़ताल करते हुए मानवीय संवेदनाओं के स्पर्श और उनके साथ हो रहे छल, बाजारवाद के फैलावे और उसमें जड़ होती जा रही सामाजिकता का रोचक आख्यान कहता है। यह इस महादेश का असल चेहरा है जिसे डिजिटल लीपापोती ढाक नहीं पाती।
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