रंग तेरा मेरा आगे | RANG TERA MERA AAGE
Publisher:
Setu Prakashan
| Author:
KAILASH BANWASI
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Setu Prakashan
Author:
KAILASH BANWASI
Language:
Hindi
Format:
Paperback
₹325 ₹293
Save: 10%
In stock
Ships within:
3-5 Days
In stock
ISBN:
SKU
9789392228117
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
336
“बेहिसाब मज़हबी नफ़रत और हिंसा के इस दौर में जब प्रेम जैसी कोमल भावनाओं को भी जिहाद में तब्दील कर दिया जा रहा है, तब कैलाश बनवासी के इस नये उपन्यास रंग तेरा मेरे आगे में आद्योपांत प्रवाहित अयाचित और अपरिभाषित प्रेम का व्यक्तित्व के पोर-पोर में प्रस्फुटित हो उठने का अहसास अत्यंत कोमल और मर्मस्पर्शी और अप्रत्याशित है।…”
Be the first to review “रंग तेरा मेरा आगे | RANG TERA MERA AAGE” Cancel reply
Description
“बेहिसाब मज़हबी नफ़रत और हिंसा के इस दौर में जब प्रेम जैसी कोमल भावनाओं को भी जिहाद में तब्दील कर दिया जा रहा है, तब कैलाश बनवासी के इस नये उपन्यास रंग तेरा मेरे आगे में आद्योपांत प्रवाहित अयाचित और अपरिभाषित प्रेम का व्यक्तित्व के पोर-पोर में प्रस्फुटित हो उठने का अहसास अत्यंत कोमल और मर्मस्पर्शी और अप्रत्याशित है।…”
About Author
जन्म : 10 मार्च, 1965, दुर्ग शिक्षा : बी.एस-सी.(गणित), एम.ए. (अंग्रेजी साहित्य), बी.एड.। 1984 के आसपास लिखना शुरू किया। आरंभ में बच्चों और किशोरों के लिए लेखन। कृतियाँ : सत्तर से भी अधिक कहानियाँ देश की विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। लक्ष्य तथा अन्य कहानियाँ (1993), बाजार में रामधन (2004), पीले कागज की उजली इबारत (2008), प्रकोप तथा अन्य कहानियाँ (2015), जादू टूटता है, कविता, पेंटिंग पेड़ कुछ नहीं (2019) (कहानी संग्रह); लौटना नहीं है (उपन्यास); कहानियाँ विभिन्न भाषाओं में अनूदित; सम-सामयिक घटनाओं तथा सिनेमा पर भी जब-तव लेखन। पुरस्कार : प्रेमचंद स्मृति कथा सम्मान (2010), वनमाली कथा सम्मान (2014), गायत्री कथा सम्मान (2016) आदि अनेक पुरस्कारों से सम्मानित।
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “रंग तेरा मेरा आगे | RANG TERA MERA AAGE” Cancel reply
[wt-related-products product_id="test001"]
Related products
RELATED PRODUCTS
BHARTIYA ITIHAAS KA AADICHARAN: PASHAN YUG (in Hindi)
Save: 15%
BURHANPUR: Agyat Itihas, Imaratein aur Samaj (in Hindi)
Save: 15%
Reviews
There are no reviews yet.