Stree Chintan Ki Chunautiya (HB)

Publisher:
Rajkamal
| Author:
Rekha Kastwar
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Rajkamal
Author:
Rekha Kastwar
Language:
Hindi
Format:
Hardback

476

Save: 20%

In stock

Ships within:
3-5 days

In stock

Weight 0.38 g
Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9788126711932 Category
Category:
Page Extent:

रेखा कास्तवार  ने इस पुस्तक में स्त्री को केन्द्र में रखकर लिखी गई महिला और पुरुष रचनाकारों के उपन्यासों का तुलनात्मक अध्ययन किया है और इस क्रम में वे स्त्री चिन्तन से सम्बन्धित कुछ ऐसी चुनौतियों से रू-ब-रू हुई हैं, जिन्हें अध्ययन की इस पद्धति से ही समझा जा सकता है।
लेखिका ने स्त्री से जुड़े कुछ मूलभूत सवालों को उठाया है और उसके आलोक में पुरुष तथा महिला लेखकों के नज़रिए के फ़र्क़ को रेखांकित किया है। गहरे विवेचन और विश्लेषण के बाद ही वह इस निष्कर्ष तक पहुँचती हैं—स्त्री-विमर्श का प्रमुख सरोकार स्त्री का अपने पक्ष में ख़ुद लड़ना और ख़ुद खड़े होना रहा है, जब तक यह लड़ाई अपनी ओर से नहीं लड़ी जाएगी, स्त्री के पक्ष में नहीं जाएगी।
‘स्त्री-चिन्तन की चुनौतियाँ’ निश्चित रूप से हिन्दी के स्त्री-विमर्श में कतिपय अवधारणात्मक परिवर्तन लाने में सफल होगी।
 

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Stree Chintan Ki Chunautiya (HB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

रेखा कास्तवार  ने इस पुस्तक में स्त्री को केन्द्र में रखकर लिखी गई महिला और पुरुष रचनाकारों के उपन्यासों का तुलनात्मक अध्ययन किया है और इस क्रम में वे स्त्री चिन्तन से सम्बन्धित कुछ ऐसी चुनौतियों से रू-ब-रू हुई हैं, जिन्हें अध्ययन की इस पद्धति से ही समझा जा सकता है।
लेखिका ने स्त्री से जुड़े कुछ मूलभूत सवालों को उठाया है और उसके आलोक में पुरुष तथा महिला लेखकों के नज़रिए के फ़र्क़ को रेखांकित किया है। गहरे विवेचन और विश्लेषण के बाद ही वह इस निष्कर्ष तक पहुँचती हैं—स्त्री-विमर्श का प्रमुख सरोकार स्त्री का अपने पक्ष में ख़ुद लड़ना और ख़ुद खड़े होना रहा है, जब तक यह लड़ाई अपनी ओर से नहीं लड़ी जाएगी, स्त्री के पक्ष में नहीं जाएगी।
‘स्त्री-चिन्तन की चुनौतियाँ’ निश्चित रूप से हिन्दी के स्त्री-विमर्श में कतिपय अवधारणात्मक परिवर्तन लाने में सफल होगी।
 

About Author

रेखा कास्तवार

जन्म : 17 मार्च, 1957; नागपुर (महाराष्ट्र)।

शिक्षा : बरकतुल्ला विश्वविद्यालय से एम.ए. हिन्दी (गोल्ड मेडलिस्ट), पीएच.डी.।

‘हिन्दुस्तान’, ‘दैनिक भास्कर’, ‘दैनिक जागरण’, ‘उद्भावना’, ‘वसुधा’, ‘भूमिजा’, ‘रचना’, ‘पहले-पहल’, ‘राग भोपाली’ में स्त्री केन्द्रित विषयों पर विचारात्मक एवं समीक्षात्मक आलेख। जनवरी 2005 से ‘दैनिक भास्कर’ में ‘किरदार ज़िन्दा है’ कॉलम के अन्तर्गत निरन्तर ‘पत्रालेखों’ का प्रकाशन। छिटपुट कविताएँ भी प्रकाशित।

राष्ट्रीय स्तर की कार्यशालाओं, संगोष्ठियों में सक्रिय भागीदारी; विभिन्न विश्वविद्यालयों में अतिथि व्याख्यान; दूरदर्शन, आकाशवाणी से साक्षात्कार, भेंटवार्ता, कविता पाठ, पैनल डिस्कशन प्रसारित।

सम्प्रति : प्रोफ़ेसर, सरोजिनी नायडू गवर्नमेंट गर्ल्स पी.जी. (आटो.) कॉलेज, भोपाल (म.प्र)

ई-मेल : rekhakastwar@gmail.com

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Stree Chintan Ki Chunautiya (HB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED