Sri Vishnu Puran

Publisher:
Gita Press Gorakhpur
| Author:
Gita Press
| Language:
Hindi
| Format:
Granthakar

199

Save: 1%

In stock

Ships within:
3-5 Days
16 People watching this product now!

In stock

ISBN:
SKU GP48 Categories , ,
Page Extent:

श्रीविष्णुपुराण ग्रन्थाकार—श्रीपराशर ऋषि-प्रणीत यह पुराण अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इसके प्रतिपाद्य भगवान् विष्णु हैं, जो सृष्टिïके आदिकारण, नित्य, अक्षय, अव्यय तथा एकरस हैं। इसमें आकाश आदि भूतोंका परिमाण, समुद्र, सूर्य आदिका परिमाण, पर्वत, देवतादिकी उत्पत्ति, मन्वन्तर, कल्प-विभाग, सम्पूर्ण धर्म एवं देवॢष तथा राजॢषयोंके चरित्रका विशद वर्णन है। भगवान् विष्णु-प्रधान होनेके बाद भी यह पुराण विष्णु और शिवके अभिन्नताका प्रतिपादक है।

0 reviews
0
0
0
0
0

There are no reviews yet.

Be the first to review “Sri Vishnu Puran”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You have to be logged in to be able to add photos to your review.

Description

श्रीविष्णुपुराण ग्रन्थाकार—श्रीपराशर ऋषि-प्रणीत यह पुराण अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इसके प्रतिपाद्य भगवान् विष्णु हैं, जो सृष्टिïके आदिकारण, नित्य, अक्षय, अव्यय तथा एकरस हैं। इसमें आकाश आदि भूतोंका परिमाण, समुद्र, सूर्य आदिका परिमाण, पर्वत, देवतादिकी उत्पत्ति, मन्वन्तर, कल्प-विभाग, सम्पूर्ण धर्म एवं देवॢष तथा राजॢषयोंके चरित्रका विशद वर्णन है। भगवान् विष्णु-प्रधान होनेके बाद भी यह पुराण विष्णु और शिवके अभिन्नताका प्रतिपादक है।

About Author

0 reviews
0
0
0
0
0

There are no reviews yet.

Be the first to review “Sri Vishnu Puran”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You have to be logged in to be able to add photos to your review.

YOU MAY ALSO LIKE…

Recently Viewed