Gandhi : Ek Satya

Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
Rajendra Mohan Bhatnagar
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Prabhat Prakashan
Author:
Rajendra Mohan Bhatnagar
Language:
Hindi
Format:
Hardback

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यह पुस्तक ही नहींगांधी के जीवन की परिक्रमा है,गांधी जहाँ से चले थेजो लेकर चले थेउसके प्रतिदान में जो दे गएउसकी समझ-खिड़कीबंद कर दी है,उसे खोलकरनई-ताजा हवा सेश्वास-विश्वास मेंपुन: जीवन पाने केअनुभव से गुजरने कीतीर्थयात्रा है।एक बार उठाओगेआँखों से लगाओगेपढ़ते चले जाओगे,जीने का व्रत लेताउम्र उसके हो जाओगे।इसमें बच्चों की भाषा हैसरल पारदर्शी चित्रशाला है,प्रेम-अहिंसा-करुणा नेसत्य के साक्षात्कारसे अमृत-सा मिलाया है।-राजेंद्र मोहन भटनागरमहात्मा गांधी की ऐसी झाँकी है यह पुस्तक, जो पाठक के मन-मस्तिष्क में उनके प्रेरक जीवन की अमित छाप छोड़ देगी।

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Description

यह पुस्तक ही नहींगांधी के जीवन की परिक्रमा है,गांधी जहाँ से चले थेजो लेकर चले थेउसके प्रतिदान में जो दे गएउसकी समझ-खिड़कीबंद कर दी है,उसे खोलकरनई-ताजा हवा सेश्वास-विश्वास मेंपुन: जीवन पाने केअनुभव से गुजरने कीतीर्थयात्रा है।एक बार उठाओगेआँखों से लगाओगेपढ़ते चले जाओगे,जीने का व्रत लेताउम्र उसके हो जाओगे।इसमें बच्चों की भाषा हैसरल पारदर्शी चित्रशाला है,प्रेम-अहिंसा-करुणा नेसत्य के साक्षात्कारसे अमृत-सा मिलाया है।-राजेंद्र मोहन भटनागरमहात्मा गांधी की ऐसी झाँकी है यह पुस्तक, जो पाठक के मन-मस्तिष्क में उनके प्रेरक जीवन की अमित छाप छोड़ देगी।

About Author

राजेंद्र मोहन भटनागर जन्म: 2 मई, 1938, अंबाला कैंट (हरियाणा)। रचना-संसार: अनेक विधाओं को अपनी रचनाओं से समृद्ध किया है-'नीले घोड़े का सवार', 'दिल्ली चलो', 'सरदार', 'गौरंग', 'कुली बैरिस्टर', 'विवेकानंद', 'सूरश्याम', 'युगपुरुष अंबेडकर', 'योगी अरविंद', 'माटी की पुकार', 'सनातन पुरुष', 'अंतर्यात्रा', 'न गोपी न राधा', 'परछाइयाँ', 'कायदे आजम', 'अंतिम सत्याग्रही' (उपन्यास); 'संध्या का भोर', 'सेनानी', 'रक्तध्वज', 'महाप्रयाण' (नाटक); अगस्त क्रांति' 'आज की ताजा खबर', 'गौरैया', 'माँग का सिंदूर' (कहानी-संग्रह)। हिंदी साहित्य के ही नहीं, बल्कि विश्व साहित्य के अकेले ऐसे उपन्यासकार-नाटककार हैं, जिन्होंने एक ही ऐतिहासिक नायक पर अनेक उपन्यास-नाटक दिए हैं और वह भी कथानक, चरित्र, भाषाशैली आदि एक-दूसरे से सर्वथा भिन्न तथा जीवंत । उनमें से अनेक पुरस्कृत भी हुए हैं, यथा राजस्थान साहित्य अकादमी का सर्वोच्च मीरा पुरस्कार, हरियाणा साहित्य अकादमी का विशिष्ट साहित्यकार सम्मान, महाराणा कुंभा पुरस्कार, नाहर साहित्य सम्मान, राजस्थान साहित्य अकादमी का विशिष्ट साहित्यकार सम्मान, घनश्यामदास सराफ सर्वोत्तम साहित्य पुरस्कार आदि। कुछ रचनाओं का अंग्रेजी, फ्रेंच, मलयालम, सिंधी, मराठी, गुजराती, कन्नड़ आदि भाषाओं में अनुवाद।

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