Chuni Hui Bal Kahaniyan-I
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हम पुराने लोग बड़े सौभाग्यशाली रहे, जिन्हें दादा-दादी, नाना-नानी, माँ आदि से बचपन में कहानियाँ सुनने को मिलती थीं। परंतु आज के टूटते-बिखरते पारिवारिक परिवेश में तथा बड़े-बुजुर्गों की व्यस्तता के कारण बच्चों को समय देकर उन्हें कहानियाँ सुनाना अब उनके लिए संभव नहीं रहा। फिर भी बच्चों के मनोरंजन एवं चरित्र निर्माण के लिए बाल कहानियों का बहुत महत्त्व है, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इतिहास इस बात का साक्षी है कि शिवाजी अपनी माता से कहानियाँ सुनते थे। परिणामस्वरूप कालांतर में वह महातेजस्वी, दृढ़ निश्चयी, पराक्रमी और इतिहास-पुरुष बने। बच्चों के मनोरंजन एवं मार्गदर्शन के उद्देश्य से ही प्रस्तुत पुस्तक का संपादन किया गया है। सभी संकलित बाल कहानियाँ लेखकों के कथा संसार से चुनी गई हैं। आशा है, ये चुनी हुई बाल कहानियाँ बालक-बालिकाओं का मनोरंजन तो करेंगी ही, साथ-ही-साथ उनका ज्ञानवर्द्धन एवं सही मार्गदर्शन कर उन्हें राष्ट्रोत्थान के कार्यों के प्रति प्रेरित भी करेंगी।.
हम पुराने लोग बड़े सौभाग्यशाली रहे, जिन्हें दादा-दादी, नाना-नानी, माँ आदि से बचपन में कहानियाँ सुनने को मिलती थीं। परंतु आज के टूटते-बिखरते पारिवारिक परिवेश में तथा बड़े-बुजुर्गों की व्यस्तता के कारण बच्चों को समय देकर उन्हें कहानियाँ सुनाना अब उनके लिए संभव नहीं रहा। फिर भी बच्चों के मनोरंजन एवं चरित्र निर्माण के लिए बाल कहानियों का बहुत महत्त्व है, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इतिहास इस बात का साक्षी है कि शिवाजी अपनी माता से कहानियाँ सुनते थे। परिणामस्वरूप कालांतर में वह महातेजस्वी, दृढ़ निश्चयी, पराक्रमी और इतिहास-पुरुष बने। बच्चों के मनोरंजन एवं मार्गदर्शन के उद्देश्य से ही प्रस्तुत पुस्तक का संपादन किया गया है। सभी संकलित बाल कहानियाँ लेखकों के कथा संसार से चुनी गई हैं। आशा है, ये चुनी हुई बाल कहानियाँ बालक-बालिकाओं का मनोरंजन तो करेंगी ही, साथ-ही-साथ उनका ज्ञानवर्द्धन एवं सही मार्गदर्शन कर उन्हें राष्ट्रोत्थान के कार्यों के प्रति प्रेरित भी करेंगी।.
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