SaleHardback
PENALTY CORNER Evam
Anya Kahaniyan
₹300 ₹210
Save: 30%
Jansarokar Ke
Patrakar Harivansh
₹700 ₹490
Save: 30%
SAMUND SAMAVE BUND MEIN
Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
Nitu, M. Dhinakaran And Amit
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Prabhat Prakashan
Author:
Nitu, M. Dhinakaran And Amit
Language:
Hindi
Format:
Hardback
₹300 ₹210
Save: 30%
In stock
Ships within:
1-4 Days
In stock
Weight | 395 g |
---|---|
Book Type |
ISBN:
Categories: General Fiction, Hindi
Page Extent:
162
‘समुंद समावे बुंद में’ केरिपुबल के शूरवीरों केअदम्य साहस और बहादुरी की कथा है जिन्होंने एक पल में नियति अपने नाम कर, भविष्य की लहरों से लड़कर, प्रारब्ध का प्र बदल दिया। यह गाथा केरिपुबल के रणबाँकुरों की वीरता और नेतृत्व क्षमता को बयाँ करती है। ‘‘आँधियों ने गोद में हमको खिलाया है न भूलो, कंटको ने सर हमें सादर झुकाया है न भूलो, सिंधु का मथ कर कलेजा हम सुधा भी शोध लाए और हमारे तेज से सूरज लजाया है न भूलो।’’.
Be the first to review “SAMUND SAMAVE BUND
MEIN” Cancel reply
Description
‘समुंद समावे बुंद में’ केरिपुबल के शूरवीरों केअदम्य साहस और बहादुरी की कथा है जिन्होंने एक पल में नियति अपने नाम कर, भविष्य की लहरों से लड़कर, प्रारब्ध का प्र बदल दिया। यह गाथा केरिपुबल के रणबाँकुरों की वीरता और नेतृत्व क्षमता को बयाँ करती है। ‘‘आँधियों ने गोद में हमको खिलाया है न भूलो, कंटको ने सर हमें सादर झुकाया है न भूलो, सिंधु का मथ कर कलेजा हम सुधा भी शोध लाए और हमारे तेज से सूरज लजाया है न भूलो।’’.
About Author
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “SAMUND SAMAVE BUND
MEIN” Cancel reply
[wt-related-products product_id="test001"]
Related products
RELATED PRODUCTS
Kidney: A Drop In the Backdrop Swachchh Bharat Abhiyaan
Save: 10%
Knowledge Management in Organisations and in People’s Lives
Save: 25%
Reviews
There are no reviews yet.