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Jharkhand : Samay Aur Sawal
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₹500 ₹375
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समय और सवाल—हरिवंशजी झारखंड कुछ वर्ष पूर्व बिहार से अलग होकर नया राज्य बना। तब अलग राज्य बनने की पृष्ठभूमि में क्या बेचैनी थी? जब अलग राज्य बन गया तो क्या सवाल खड़े हुए? विकेंद्रीकरण के सपने यथार्थ में बदले या नहीं बदले? छोटे राज्यों में राजनीति को किन नई ताकतों ने प्रभावित करना शुरू किया? दिल्ली में बैठी ताकतों ने किन स्थानीय ताकतों को बल दिया? छोटे राज्य क्यों सफल या विफल होते हैं? उनकी चुनौतियाँ व खतरे क्या हैं? इन सबके मकसद और परिणाम क्या हैं? ऐसे बहुत सारे सवाल, जो नीचे से देश और दिल्ली को समझने में मदद करते हैं, पढऩे को मिलेंगे। आज उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में बाँटने की बात हो रही है, आंध्र में तेलंगाना जल रहा है, अलग विदर्भ (महाराष्ट्र) का मसला गंभीर है? क्या छोटे राज्य विकास के कारक हैं? या अभिशाप हैं? आज देश में नए राज्यों का गठन सही है या गलत? इन माँगों के पीछे विकास की भूख है या सत्ता पाकर लूटने की आदर्शविहीन नीति? इस पुस्तक में ऐसे अनेक सवालों के व्यावहारिक उत्तर मिलते हैं।.
समय और सवाल—हरिवंशजी झारखंड कुछ वर्ष पूर्व बिहार से अलग होकर नया राज्य बना। तब अलग राज्य बनने की पृष्ठभूमि में क्या बेचैनी थी? जब अलग राज्य बन गया तो क्या सवाल खड़े हुए? विकेंद्रीकरण के सपने यथार्थ में बदले या नहीं बदले? छोटे राज्यों में राजनीति को किन नई ताकतों ने प्रभावित करना शुरू किया? दिल्ली में बैठी ताकतों ने किन स्थानीय ताकतों को बल दिया? छोटे राज्य क्यों सफल या विफल होते हैं? उनकी चुनौतियाँ व खतरे क्या हैं? इन सबके मकसद और परिणाम क्या हैं? ऐसे बहुत सारे सवाल, जो नीचे से देश और दिल्ली को समझने में मदद करते हैं, पढऩे को मिलेंगे। आज उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में बाँटने की बात हो रही है, आंध्र में तेलंगाना जल रहा है, अलग विदर्भ (महाराष्ट्र) का मसला गंभीर है? क्या छोटे राज्य विकास के कारक हैं? या अभिशाप हैं? आज देश में नए राज्यों का गठन सही है या गलत? इन माँगों के पीछे विकास की भूख है या सत्ता पाकर लूटने की आदर्शविहीन नीति? इस पुस्तक में ऐसे अनेक सवालों के व्यावहारिक उत्तर मिलते हैं।.
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