The Courage to be Disliked ( Hindi)

Publisher:
MANJUL
| Author:
ICHIRO KISHIMI & FUMITAKE KOGA
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
MANJUL
Author:
ICHIRO KISHIMI & FUMITAKE KOGA
Language:
Hindi
Format:
Paperback

383

Save: 15%

Out of stock

Ships within:
1-4 Days

Out of stock

Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789355432032 Category
Category:
Page Extent:

एशिया में ज़बरदस्त ढंग से बेस्टसेलर रही यह किताब आपको बताती है कि किस तरह अपने भीतर मौजूद शक्ति को पहचाना जाए, ताकि आप वह इंसान बन सकें जो आप वास्तव में बनना चाहते हैं। यह किताब अल्फ़्रेड ऐडलर के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए एक दार्शनिक और एक युवक के बीच के ज्ञानवर्धक वार्तालाप को दर्शाती है। फ्रायड और युंग की तरह ऐडलर मनोविज्ञान की दुनिया की बड़ी हस्तियों में से एक थे। इसमें दार्शनिक अपने शिष्य को बताते हैं कि कैसे हम सब अतीत के अनुभवों, संदेहों और अन्य लोगों की अपेक्षाओं की बेड़ियों से स्वयं को मुक्त कर अपना जीवन जी सकते हैं। चिंतन का यह तरीका आज़ाद कर देने वाला है, जिससे हम स्वयं को बदलने का साहस विकसित कर सकते हैं और उन सीमाओं को अनदेखा कर सकते हैं, जिन्हें हम खुद या हमारे आसपास के लोग हमारे लिए तय करते हैं। नतीजतन, एक ऐसी किताब हमारे सामने है, जो बेहद सरल होने के साथ-साथ अत्यंत महत्वपूर्ण भी है। लाखों लोग इसे पढ़कर इसका लाभ ले चुके हैं। अब यह आपकी भाषा में उपलब्ध है, तो आप भी इसके द्वारा लाभान्वित हो सकते हैं।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “The Courage to be Disliked ( Hindi)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

एशिया में ज़बरदस्त ढंग से बेस्टसेलर रही यह किताब आपको बताती है कि किस तरह अपने भीतर मौजूद शक्ति को पहचाना जाए, ताकि आप वह इंसान बन सकें जो आप वास्तव में बनना चाहते हैं। यह किताब अल्फ़्रेड ऐडलर के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए एक दार्शनिक और एक युवक के बीच के ज्ञानवर्धक वार्तालाप को दर्शाती है। फ्रायड और युंग की तरह ऐडलर मनोविज्ञान की दुनिया की बड़ी हस्तियों में से एक थे। इसमें दार्शनिक अपने शिष्य को बताते हैं कि कैसे हम सब अतीत के अनुभवों, संदेहों और अन्य लोगों की अपेक्षाओं की बेड़ियों से स्वयं को मुक्त कर अपना जीवन जी सकते हैं। चिंतन का यह तरीका आज़ाद कर देने वाला है, जिससे हम स्वयं को बदलने का साहस विकसित कर सकते हैं और उन सीमाओं को अनदेखा कर सकते हैं, जिन्हें हम खुद या हमारे आसपास के लोग हमारे लिए तय करते हैं। नतीजतन, एक ऐसी किताब हमारे सामने है, जो बेहद सरल होने के साथ-साथ अत्यंत महत्वपूर्ण भी है। लाखों लोग इसे पढ़कर इसका लाभ ले चुके हैं। अब यह आपकी भाषा में उपलब्ध है, तो आप भी इसके द्वारा लाभान्वित हो सकते हैं।

About Author

इचिरो किशिमि का जन्म 1956 में क्योटो में हुआ था और वह वतर्मान में वहीं निवासरत हैं। अपने हाई स्कूल के दिनों से ही वह दार्शनिक बनने की आकांक्षा रखते थे। 1989 से वह ऐडलर के मनोविज्ञान पर शोध और उन पर लेखन तथा व्याख्यान देते रहे हैं। वह जैपनीज़ सोसाइटी ऑफ़ ऐडलेरियन सायकोलॉजी के प्रमाणित परामर्शदाता एवं सलाहकार के तौर पर मनोवैज्ञानिक क्लीनिकों में युवाओं को सलाह देने का काम भी करते रहे हैं। उन्होंने अल़्फ्रेड ऐडलर की चुनिंदा रचनाओं का जापानी भाषा में अनुवाद किया है और कई अन्य पुस्तकों के अलावा उन्होंने अडोरा शिनरिगाकु न्युमॉन (ऐडलेरियन मनोविज्ञान का परिचय) भी लिखी है। फ़ुमिटाके कोगा का जन्म 1973 में हुआ। वह पेशेवर लेखक हैं और अपनी रचनाओं के लिए पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने व्यापार से सम्बन्धित पुस्तकें और कथेतर साहित्य लिखा है। अपनी उम्र के दूसरे दशक के उत्तरार्ध में उन्होंने ऐडलेरियन मनोविज्ञान पढ़ा और पारम्परिक समझ को चुनौती देने वाले उसके स्वरूप से वह बहुत प्रभावित हुए। यही कारण है कि वह कई बार इचिरो किशिमि से मिलने क्योटो गये और उनसे ऐडलेरियन मनोविज्ञान के सार को समझकर उन्होंने ‘संवाद प्रारूप’ के लिए नोट्स लिये। ग्रीक दर्शन के इस तरीके का इस किताब में प्रयोग किया गया है।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “The Courage to be Disliked ( Hindi)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED