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Taar Saptak

Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
अज्ञेय
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
Author:
अज्ञेय
Language:
Hindi
Format:
Paperback

207

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SKU 9788119014170 Category
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252

तार सप्तक –
गजानन माधव मुक्तिबोध, नेमिचन्द्र जैन भारतभूषण अग्रवाल, प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर रामविलास शर्मा और अज्ञेय।
1943 में प्रकाशित ‘तार सप्तक’ का ऐतिहासिक महत्त्व इस मद में है कि इसी संकलन से हिन्दी काव्य-साहित्य में ‘प्रयोगवाद’ का आरम्भ होता है। आज भी अनेक काव्य प्रेमियों में इस संग्रह की कविताएँ आधुनिक हिन्दी कविता के उस रचनाशील दौर की स्मृतियाँ जगायेंगी जब भाषा और अनुभव दोनों में नये प्रयोग एक साथ कर सकना ही कवि-कर्म की सार्थक बनाता था। निस्सन्देह ये कविताएँ अपने में तृप्तिकर हैं—उनके लिए जिनके पास अब भी कविता पढ़ने का समय है। साथ ही, इस संग्रह की विचारोत्तेजक और विवादास्पद भूमिका को पढ़ना भी अपने में एक ताज़ा बौद्धिक अनुभव है। प्रस्तुत है ‘तार सप्तक’ का नया संस्करण।

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Description

तार सप्तक –
गजानन माधव मुक्तिबोध, नेमिचन्द्र जैन भारतभूषण अग्रवाल, प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर रामविलास शर्मा और अज्ञेय।
1943 में प्रकाशित ‘तार सप्तक’ का ऐतिहासिक महत्त्व इस मद में है कि इसी संकलन से हिन्दी काव्य-साहित्य में ‘प्रयोगवाद’ का आरम्भ होता है। आज भी अनेक काव्य प्रेमियों में इस संग्रह की कविताएँ आधुनिक हिन्दी कविता के उस रचनाशील दौर की स्मृतियाँ जगायेंगी जब भाषा और अनुभव दोनों में नये प्रयोग एक साथ कर सकना ही कवि-कर्म की सार्थक बनाता था। निस्सन्देह ये कविताएँ अपने में तृप्तिकर हैं—उनके लिए जिनके पास अब भी कविता पढ़ने का समय है। साथ ही, इस संग्रह की विचारोत्तेजक और विवादास्पद भूमिका को पढ़ना भी अपने में एक ताज़ा बौद्धिक अनुभव है। प्रस्तुत है ‘तार सप्तक’ का नया संस्करण।

About Author

सच्चिदानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय'- जन्म 7 मार्च, 1911 को देवरिया ज़िले के कसिया इलाक़े में। प्रारम्भिक शिक्षा जम्मू एवं कश्मीर में। 1929 में फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज, लाहौर से बी.एससी.। लाहौर में ही क्रान्तिकारी जीवन की शुरुआत। 1950-55 में ऑल इंडिया रेडियो से सम्बद्ध। 1965-68 में 'दिनमान' का और 1977-79 में 'नवभारत टाइम्स' का सम्पादन। साहित्य और संस्कृति की सेवा के लिए वत्सलनिधि संस्था की स्थापना। साहित्य अकादेमी पुरस्कार, गोल्डन रीथ अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार तथा ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित। 4 अप्रैल, 1987 को नयी दिल्ली में निधन।

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