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Suhaginen

Publisher:
Penguin Swadesh
| Author:
Mohan Rakesh
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback 
Publisher:
Penguin Swadesh
Author:
Mohan Rakesh
Language:
Hindi
Format:
Paperback 

198

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5-7 Days

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Book Type
ISBN:
SKU 9780143465348 Categories ,
Categories: ,
Page Extent:
110

क्या यह सच है कि सारे संसार मेंविवाह नाम की संस्था अंदर सेबिल्कुल टूट चुकी है?
क्या आनेवालेकल मेंस्त्री और पुरुष के संबंध इस बंधन सेमुक्त होकर ही विकसित होंगे?
कल की बात तो कल सामनेआएगी, परन्तुआज की जो भी वास्तविकता है, है उसका
चित्रण आपको विख्यात आधुनिक कथाकार श्री मोहन राकेश की इन कहानियों में
मिलेगा।
आज का विवाहित जीवन जी रही नारी की विडंबडं नाओं, मानसिक हलचलों और विभिन्न
स्तरों पर उसके संर्घ्ष की कुछ गहन और आत्मीय तसवीरें हैं येकहानियॉं। येउन
सुहागिनों की कहनिया ँहैं जिनकी ज़िंदगी आज के संर्द्भ मेंएक प्रश्न चिह्न बनती जा
रही है। है यह एक नवीन जीवन की झाँकी प्रस्तुत करनेवाली कथा-कृति है, है जिसमेंर्व्तमा न
समय के सामाजिक जीवन की जीवंत झलक के दर्शन होतेहैं। हैं इन कहानियों के पात्रों के
मनोभावों का सूक्ष्म विश्लेषण पाठकों पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ जातेहैं।हैं

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Description

क्या यह सच है कि सारे संसार मेंविवाह नाम की संस्था अंदर सेबिल्कुल टूट चुकी है?
क्या आनेवालेकल मेंस्त्री और पुरुष के संबंध इस बंधन सेमुक्त होकर ही विकसित होंगे?
कल की बात तो कल सामनेआएगी, परन्तुआज की जो भी वास्तविकता है, है उसका
चित्रण आपको विख्यात आधुनिक कथाकार श्री मोहन राकेश की इन कहानियों में
मिलेगा।
आज का विवाहित जीवन जी रही नारी की विडंबडं नाओं, मानसिक हलचलों और विभिन्न
स्तरों पर उसके संर्घ्ष की कुछ गहन और आत्मीय तसवीरें हैं येकहानियॉं। येउन
सुहागिनों की कहनिया ँहैं जिनकी ज़िंदगी आज के संर्द्भ मेंएक प्रश्न चिह्न बनती जा
रही है। है यह एक नवीन जीवन की झाँकी प्रस्तुत करनेवाली कथा-कृति है, है जिसमेंर्व्तमा न
समय के सामाजिक जीवन की जीवंत झलक के दर्शन होतेहैं। हैं इन कहानियों के पात्रों के
मनोभावों का सूक्ष्म विश्लेषण पाठकों पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ जातेहैं।हैं

About Author

मो हन रा केश नई कहा नी आंदो लन के सशक्त हस्ता क्षर थे। पंजा ब वि श्ववि द्या लय से आपने हिं दीहिं दी और अंग्रेज़ी में एम. ए. कि या और फि र जी वि को पा र्जन के लि ए अध्या पन से जुड़े।ड़े कुछ सा लों तक आपने सा रि का के संपा दक कि या । आषा ढ़ का एक दि न,आधे अधूरे और लहरों के रा जहंसहं आपकी प्रसि द्ध रचना एं हैं।हैं आप संगी त ना टक अका दमी से सम्मा नि त लेखक हैं।हैं मो हन रा केश की डा यरी हिं दीहिं दी में इस वि धा की सबसे सुंदर कृति यों में एक मा नी जा ती है।है

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