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Sparsh ke Gulmohar (HB)

Publisher:
Rajkamal
| Author:
Sangeeta Gupta
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
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Rajkamal
Author:
Sangeeta Gupta
Language:
Hindi
Format:
Hardback

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अपने चित्रों एवं फ़िल्मों के लिए विख्यात संगीता गुप्ता के पास निश्चय ही असीम का वरदान है, वे चित्रकार होने के साथ-साथ कवि भी हैं। कला, साहित्य एवं वृत्तचित्र जैसे बहुआयामी क्षेत्रों में उनकी सक्रियता इसी तथ्य को इंगित करती है। जीवन में उनकी गहरी आस्था है, विषमताओं से गुज़रते हुए भी उनका स्वर सदा सकारात्मक ही रहा है। उनका प्रेम व्यक्ति-विशेष तक सीमित नहीं, वह जीवन से जुड़े सब छोटे-बड़े तत्त्वों तक व्याप्त है। इस संग्रह की कविताएँ जीवनोमुखी हैं। उल्लास व आनन्द से भरी कविताएँ उनकी जिजीविषा को उनके चित्रों की भाँति मूर्त से अमूर्त की ओर ले जाती हैं।
‘स्पर्श के गुलमोहर’ संगीता गुप्ता का एक महत्त्वपूर्ण काव्य-संकलन है। 1988 में प्रकाशित उनके पहले काव्य-संग्रह ‘अन्तस् से’ के बाद अब तक की उनकी रचनात्मक सक्रियता में उनके सरोकार निरन्तर परिपक्व हुए हैं। निश्चय ही यह कवि की रचना-यात्रा का एक अहम पड़ाव है।

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Description

अपने चित्रों एवं फ़िल्मों के लिए विख्यात संगीता गुप्ता के पास निश्चय ही असीम का वरदान है, वे चित्रकार होने के साथ-साथ कवि भी हैं। कला, साहित्य एवं वृत्तचित्र जैसे बहुआयामी क्षेत्रों में उनकी सक्रियता इसी तथ्य को इंगित करती है। जीवन में उनकी गहरी आस्था है, विषमताओं से गुज़रते हुए भी उनका स्वर सदा सकारात्मक ही रहा है। उनका प्रेम व्यक्ति-विशेष तक सीमित नहीं, वह जीवन से जुड़े सब छोटे-बड़े तत्त्वों तक व्याप्त है। इस संग्रह की कविताएँ जीवनोमुखी हैं। उल्लास व आनन्द से भरी कविताएँ उनकी जिजीविषा को उनके चित्रों की भाँति मूर्त से अमूर्त की ओर ले जाती हैं।
‘स्पर्श के गुलमोहर’ संगीता गुप्ता का एक महत्त्वपूर्ण काव्य-संकलन है। 1988 में प्रकाशित उनके पहले काव्य-संग्रह ‘अन्तस् से’ के बाद अब तक की उनकी रचनात्मक सक्रियता में उनके सरोकार निरन्तर परिपक्व हुए हैं। निश्चय ही यह कवि की रचना-यात्रा का एक अहम पड़ाव है।

About Author

संगीता गुप्ता

कवयित्री, चित्रकार एवं फ़िल्म निर्माता।

जन्म : 25 मई, 1958; गोरखपुर।

शिक्षा : बी.एस-सी., एम.ए., एल.एल.बी.।

प्रकाशित कृतियाँ : ‘वीव्ज़ ऑफ़ टाइम’ (2013), ‘विज़न एंड इल्यूमिनेशन’ (2009), ‘लेखक का समय’ (2006), ‘प्रतिनाद’ (2005), ‘समुद्र से लौटती नदी’ (1999), ‘इस पार उस पार’ (1996), ‘नागफनी के जंगल’ (1991), ‘अन्तस् से’ (1988)।

कई एकल एवं सामूहिक चित्रकला प्रदर्शनियाँ आयोजित।

अनुवाद : ‘इस पार उस पार’ बांग्ला में एवं ‘प्रतिनाद’ अंग्रेज़ी, जर्मन और बांग्ला में अनूदित। 

सम्मान : ‘नेशनल वूमन एक्सीलेंस अवार्ड’, ‘इंटरनेशनल वूमन एक्सीलेंस अवाड् र्स’, ‘राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त सम्मान’, ‘वूमेन एचीवर अवार्ड’, ‘विश्व हिन्दी प्रचेता अलंकरण’, ‘उद्भव शिखर सम्मान’, ‘77वाँ वार्षिक चित्रकला सम्मान’, ‘हिन्द प्रभा पुरस्कार’, ‘69वाँ वार्षिक चित्रकला पुरस्कार’ ई-मेल : sangeetaguptaart@gmail.com

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