SaleSold outHardback
Shairi Ke Naye Daur (Volume-3)
₹100 ₹99
Save: 1%
Shairi Ke Naye Mode (Volume-2)
₹100 ₹99
Save: 1%
Shairi Ke Naye Daur (Volume-4)
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
अयोध्या प्रसाद गोयलीय
| Language:
Urdu
| Format:
Hardback
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
Author:
अयोध्या प्रसाद गोयलीय
Language:
Urdu
Format:
Hardback
₹100 ₹99
Save: 1%
Out of stock
Receive in-stock notifications for this.
Ships within:
1-4 Days
Out of stock
ISBN:
SKU
8126300175
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
248
शाइरी के नये दौर – 4
उर्दू शाइरी के इतिहास में जिस दौर को स्वर्णयुग कहा-माना जाता है, ‘शाइरी के नये दौर’ के पाँच भागों में उसी दौर के प्रख्यात आधुनिक उर्दू शाइरों की श्रेष्ठतम शाइरी का संचयन है।
पहला दौर
शाइरे-इन्क़िलाब ‘जोश’ मलीहाबादी का 3500 पृष्ठों से चुना गया श्रेष्ठ कलाम एवं जीवन परिचय।
दूसरा दौर
1920 ई. के बाद के ख्यातिप्राप्त वर्तमानयुगीन शाइरों—
आनन्दनारायण मुल्ला, फ़िराक़ गोरखपुरी, मुनव्वर लखनवी, हरीचन्द अख़्तर, हफ़ीज़ जालन्धरी के बेहतरीन कलाम और जीवन परिचय।
तीसरा दौर
उर्दू के प्रतिष्ठित राष्ट्रकवि (क़ौमी शाइर) हज़रते सागर निजामी का सर्वश्रेष्ठ कलाम और परिचय।
चौथा दौर
तीन प्रतिष्ठित आधुनिक शाइरों—अख़्तर शीरानी, अब्दुल हमीद अदम, एहसान दानिश के श्रेष्ठ कलाम और जीवन परिचय।
पाँचवाँ दौर
चार लब्धप्रतिष्ठ शाइरों—जमील मज़हरी, रविश सिद्दीक़ी, अफ़सर मेरठी, निहाल सेवहारवी के चुने हुए श्रेष्ठ कलाम और जीवन परिचय।
उर्दू साहित्य के मनस्वी विद्वान् और प्रखर विचारक अयोध्याप्रसाद गोयलीय द्वारा तैयार की गयी ये बेजोड़ पुस्तकें, विश्वास काव्य-प्रेमी पाठकों की एक बड़ी ज़रूरत को पूरा करेंगी।
Be the first to review “Shairi Ke Naye Daur (Volume-4)” Cancel reply
Description
शाइरी के नये दौर – 4
उर्दू शाइरी के इतिहास में जिस दौर को स्वर्णयुग कहा-माना जाता है, ‘शाइरी के नये दौर’ के पाँच भागों में उसी दौर के प्रख्यात आधुनिक उर्दू शाइरों की श्रेष्ठतम शाइरी का संचयन है।
पहला दौर
शाइरे-इन्क़िलाब ‘जोश’ मलीहाबादी का 3500 पृष्ठों से चुना गया श्रेष्ठ कलाम एवं जीवन परिचय।
दूसरा दौर
1920 ई. के बाद के ख्यातिप्राप्त वर्तमानयुगीन शाइरों—
आनन्दनारायण मुल्ला, फ़िराक़ गोरखपुरी, मुनव्वर लखनवी, हरीचन्द अख़्तर, हफ़ीज़ जालन्धरी के बेहतरीन कलाम और जीवन परिचय।
तीसरा दौर
उर्दू के प्रतिष्ठित राष्ट्रकवि (क़ौमी शाइर) हज़रते सागर निजामी का सर्वश्रेष्ठ कलाम और परिचय।
चौथा दौर
तीन प्रतिष्ठित आधुनिक शाइरों—अख़्तर शीरानी, अब्दुल हमीद अदम, एहसान दानिश के श्रेष्ठ कलाम और जीवन परिचय।
पाँचवाँ दौर
चार लब्धप्रतिष्ठ शाइरों—जमील मज़हरी, रविश सिद्दीक़ी, अफ़सर मेरठी, निहाल सेवहारवी के चुने हुए श्रेष्ठ कलाम और जीवन परिचय।
उर्दू साहित्य के मनस्वी विद्वान् और प्रखर विचारक अयोध्याप्रसाद गोयलीय द्वारा तैयार की गयी ये बेजोड़ पुस्तकें, विश्वास काव्य-प्रेमी पाठकों की एक बड़ी ज़रूरत को पूरा करेंगी।
About Author
अयोध्याप्रसाद गोयलीय -
जन्म बादशाहपुर, गुड़गाँव, हरियाणा में। प्रारम्भिक शिक्षा-दीक्षा कोसी-कलाँ, मथुरा (ननिहाल)। तत्पश्चात् चौरासी-मथुरा में उच्च शिक्षा के दौरान न्याय, व्याकरण और काव्य का अध्ययन। 1919 में रौलट-ऐक्ट-आन्दोलन से प्रभावित और विद्यालय परित्याग। 1920 से 1940 तक दिल्ली में निवास और व्यापार, उसी अवधि में उर्दू साहित्य और इतिहास का गम्भीर अध्ययन। 1930 के नमक सत्याग्रह में भागीदारी के लिए सवा दो वर्ष का 'सी-क्लास' कारावास। 1941 से 1968 तक डालमिया नगर में साहू-जैन-समवाय के श्रम कल्याण अधिकारी रहते हुए उर्दू-शाइरी को हिन्दी में लाने के लिए सतत सक्रिय रहे। 1975 में सहारनपुर (उ.प्र.) में देहावसान।
प्रमुख कृतियाँ :
शेर-ओ-शाइरी, शेर-ओ-सुख़न (5 भाग), शाइरी के नये दौर (5 भाग), शाइरी के नये मोड़ (5 भाग), नग़्मए-हरम, गहरे पानी पैठ, जिन खोजा तिन पाइयाँ आदि।
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “Shairi Ke Naye Daur (Volume-4)” Cancel reply
[wt-related-products product_id="test001"]
Related products
RELATED PRODUCTS
Ganeshshankar Vidyarthi – Volume 1 & 2
Save: 30%
Horaratnam of Srimanmishra Balabhadra (Vol. 2): Hindi Vyakhya
Save: 20%
Horaratnam of Srimanmishra Balbhadra (Vol. 1): Hindi Vyakhya
Save: 10%
Horaratnam of Srimanmishra Balbhadra (Vol. 1): Hindi Vyakhya
Save: 10%
Purn Safalta ka Lupt Gyan Bhag-1 | Dr.Virindavan Chandra Das
Save: 20%
Sacred Books of the East (50 Vols.)
Save: 10%
Reviews
There are no reviews yet.