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Satah Se Uthta Aadmi
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
गजानन माधव मुक्तिबोध
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
Author:
गजानन माधव मुक्तिबोध
Language:
Hindi
Format:
Paperback
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ISBN:
SKU
9788126303618
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
110
सतह से उठता आदमी –
भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रकाशित ‘चाँद का मुँह टेढ़ा है’, ‘एक साहित्यिक की डायरी’, ‘काठ का सपना’ तथा ‘विपात्र’ के बाद गजानन माधव मुक्तिबोध की यह एक और विशिष्ट कृति है—’सतह से उठता आदमी’।
इस संग्रह में मुक्तिबोध की नौ कहानियाँ संकलित हैं। श्री शमशेर बहादुर सिंह के शब्दों में ‘मुक्तिबोध के साहित्य में हमारे संस्कारों को सँवारने और उन्हें ऊँचा उठाने की बड़ी शक्ति है। वह हम मध्यवर्गीय पाठकों की दृष्टि साफ़ करता है, समझ बढ़ाता है। इन कहानियों में भी हमें अपने जीवन के विविध पक्षों का अति निकट का परिचय एवं विश्लेषण मिलता है, और मिलती है सामाजिक सम्बन्धों की पैनी परख। एक के बाद एक परदे हटते जाते हैं और यथार्थ उघड़कर सामने आता जाता है।…’
प्रस्तुत है मुक्तिबोध की इस महत्त्वपूर्ण कृति का यह नया संस्करण।
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Description
सतह से उठता आदमी –
भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रकाशित ‘चाँद का मुँह टेढ़ा है’, ‘एक साहित्यिक की डायरी’, ‘काठ का सपना’ तथा ‘विपात्र’ के बाद गजानन माधव मुक्तिबोध की यह एक और विशिष्ट कृति है—’सतह से उठता आदमी’।
इस संग्रह में मुक्तिबोध की नौ कहानियाँ संकलित हैं। श्री शमशेर बहादुर सिंह के शब्दों में ‘मुक्तिबोध के साहित्य में हमारे संस्कारों को सँवारने और उन्हें ऊँचा उठाने की बड़ी शक्ति है। वह हम मध्यवर्गीय पाठकों की दृष्टि साफ़ करता है, समझ बढ़ाता है। इन कहानियों में भी हमें अपने जीवन के विविध पक्षों का अति निकट का परिचय एवं विश्लेषण मिलता है, और मिलती है सामाजिक सम्बन्धों की पैनी परख। एक के बाद एक परदे हटते जाते हैं और यथार्थ उघड़कर सामने आता जाता है।…’
प्रस्तुत है मुक्तिबोध की इस महत्त्वपूर्ण कृति का यह नया संस्करण।
About Author
गजानन माधव मुक्तिबोध -
जन्म: 13 नवम्बर, 1917, श्योपुर (ग्वालियर)।
शिक्षा: एम.ए. (हिन्दी), नागपुर विश्वविद्यालय।
एक प्राध्यापक के रूप में उज्जैन, शुजालपुर, इन्दौर, कलकत्ता, मुम्बई, बेंगलुरु, वाराणसी, जबलपुर, नागपुर में थोड़े-थोड़े अरसे रहे। अन्ततः 1958 में दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगाँव में।
भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित कृतियाँ: 'चाँद का मुँह टेढ़ा है', 'एक साहित्यिक की डायरी', 'काठ का सपना', 'विपात्र' और 'सतह से उठता आदमी'।
अन्य प्रकाशन: 'कामायनी : एक पुनर्विचार', 'भारतीय इतिहास और संस्कृति', 'नयी कविता का आत्म संघर्ष तथा अन्य निबन्ध', 'नये साहित्य का सौन्दर्यशास्त्र'।
निधन : 11 सितम्बर, 1964, नयी दिल्ली।
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