Safalta Ka Khazana

Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
Maulana Wahiduddin Khan
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Prabhat Prakashan
Author:
Maulana Wahiduddin Khan
Language:
Hindi
Format:
Hardback

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Weight 408 g
Book Type

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Page Extent:
216

पैगंबर साहब शांति व अहिंसा के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने शांति को सबसे बड़ी अच्छाई के रूप में स्थापित किया और इस बात पर बल दिया कि इसके लिए सभी प्रकार की नकारात्मक सोच को दूर करना तथा प्रत्येक व्यक्ति को अच्छे दोस्त के रूप में देखना आवश्यक है। यही इसलामी शिक्षा का सार है। इसलाम शांति को सर्वोच्च स्थान देता है। मौलाना वहीदुद्दीन खान के ये लेख इसलाम की सच्चाई को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का उपक्रम हैं। इस संसार में जहाँ संस्कृतियों, धर्मों तथा जातियों की बहुलता लोगों के जीवन को समृद्ध बनाती है, वहीं शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व ही जीवन का एकमात्र तरीका है। फिर भी, आज हम अपने आसपास जो कुछ देखते हैं, वह इसके एकदम विपरीत है। आत्ममंथन के अभाव के साथ ही धर्मों की गलत व्याख्या युवकों को गुमराह कर रही है। जीवन के इन छोटे-छोटे अनुभवों के माध्यम से मौलाना वहीदुद्दीन खान एक सौहार्दपूर्ण व शांतिपूर्ण विश्व के निर्माण में योगदान कर रहे हैं, जो किसी भी समाज की सफलता के लिए सबसे अनिवार्य आवश्यकता है। देश-समाज के प्रति सरोकार रखनेवाले हर चिंतनशील व्यक्ति के लिए एक पठनीय पुस्तक।.

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Description

पैगंबर साहब शांति व अहिंसा के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने शांति को सबसे बड़ी अच्छाई के रूप में स्थापित किया और इस बात पर बल दिया कि इसके लिए सभी प्रकार की नकारात्मक सोच को दूर करना तथा प्रत्येक व्यक्ति को अच्छे दोस्त के रूप में देखना आवश्यक है। यही इसलामी शिक्षा का सार है। इसलाम शांति को सर्वोच्च स्थान देता है। मौलाना वहीदुद्दीन खान के ये लेख इसलाम की सच्चाई को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का उपक्रम हैं। इस संसार में जहाँ संस्कृतियों, धर्मों तथा जातियों की बहुलता लोगों के जीवन को समृद्ध बनाती है, वहीं शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व ही जीवन का एकमात्र तरीका है। फिर भी, आज हम अपने आसपास जो कुछ देखते हैं, वह इसके एकदम विपरीत है। आत्ममंथन के अभाव के साथ ही धर्मों की गलत व्याख्या युवकों को गुमराह कर रही है। जीवन के इन छोटे-छोटे अनुभवों के माध्यम से मौलाना वहीदुद्दीन खान एक सौहार्दपूर्ण व शांतिपूर्ण विश्व के निर्माण में योगदान कर रहे हैं, जो किसी भी समाज की सफलता के लिए सबसे अनिवार्य आवश्यकता है। देश-समाज के प्रति सरोकार रखनेवाले हर चिंतनशील व्यक्ति के लिए एक पठनीय पुस्तक।.

About Author

मौलाना वहीदुद्दीन खान इसलामी आध्यात्मिक विद्वान् हैं। विश्वशांति के प्रति अपने योगदानों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात मौलाना वहीदुद्दीन खान पद्मभूषण, डेमियर्गस शांति पुरस्कार तथा राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार से अलंकृत हो चुके हैं। वर्ल्ड्स 500 मोस्ट इन्फ्लुएंशियल मुसलिम्स ने उन्हें विश्व में इसलाम का आध्यात्मिक दूत बताया। वर्ष 2015 में उन्हें आजीवन शांति के प्रति योगदान के लिए अबू धाबी में ‘सय्यदीना इमाम अल हसन इब्ने अली शांति पुरस्कार’ से नवाजा गया। रामिश सिद्दीकी मौलाना वहीदुद्दीन खान के नाती हैं। वे एक वकील हैं, जिन्होंने प्रबंधन में स्नातकोत्तर भी किया है। वे विभिन्न राष्ट्रीय समाचार-पत्रों में नियमित रूप से लिखते हैं और उनके साक्षात्कार अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। समसामयिक विषयों पर केंद्रित उनके लेखन का उद्देश्य दुनिया के सामने इसलाम की वास्तविकता को रखना है। वे ‘फोरम फौर पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ के अध्यक्ष हैं तथा दुनिया भर में अंतर-धार्मिक सेमिनारों व सम्मेलनों में नियमित रूप से हिस्सा लेते हैं।

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