Rashtrapita Aur Netaji

Publisher:
Vani Prakashan
| Author:
सुजाता
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Vani Prakashan
Author:
सुजाता
Language:
Hindi
Format:
Paperback

209

Save: 30%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789388684248 Category
Category:
Page Extent:
192

‘भारत में अफ़वाहों की आँधी बहती रहती है, इन्हीं अफ़वाहों की आँधी में यह भी सुनती थी कि सुभाषचन्द्र बोस और जवाहरलाल में चूँकि मतभेद रहता था इसी से महात्मा गाँधी ने सुभाषचन्द्र बोस की उपेक्षा की। इतने सारे प्रश्न, इतनी बातें, मन करने लगा जाऊँ इसकी तह में, तह में जाने के लिए क्या करना चाहिए? किस इतिहासकार को पढ़े या किस किताब को? इसका द्वन्द्व जल्दी ही मिट गया। मन-ही-मन निर्णय कर लिया कि बस किसी जाल में नहीं उलझेंगी सिर्फ़ इन दो महापुरुषों के वाङ्मय को ही पढ़ेगी और सिर्फ़ उनकी ही बातें सुनँगी, पढ़ेगी और समझेंगी, या समझने का प्रयास करुँगी। यह दावा तो नहीं कर सकती कि पूरा समझ लिया पर हाँ इतना ज़रूर कहूँगी कि कुछ परतें खुलीं, कुछ भ्रान्तियाँ मिटीं। महात्मा गाँधी एवं सुभाषचन्द्र बोस के जीवन के अनछुए पहलुओं का रोचक ऐतिहासिक वृत्तान्त।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Rashtrapita Aur Netaji”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

‘भारत में अफ़वाहों की आँधी बहती रहती है, इन्हीं अफ़वाहों की आँधी में यह भी सुनती थी कि सुभाषचन्द्र बोस और जवाहरलाल में चूँकि मतभेद रहता था इसी से महात्मा गाँधी ने सुभाषचन्द्र बोस की उपेक्षा की। इतने सारे प्रश्न, इतनी बातें, मन करने लगा जाऊँ इसकी तह में, तह में जाने के लिए क्या करना चाहिए? किस इतिहासकार को पढ़े या किस किताब को? इसका द्वन्द्व जल्दी ही मिट गया। मन-ही-मन निर्णय कर लिया कि बस किसी जाल में नहीं उलझेंगी सिर्फ़ इन दो महापुरुषों के वाङ्मय को ही पढ़ेगी और सिर्फ़ उनकी ही बातें सुनँगी, पढ़ेगी और समझेंगी, या समझने का प्रयास करुँगी। यह दावा तो नहीं कर सकती कि पूरा समझ लिया पर हाँ इतना ज़रूर कहूँगी कि कुछ परतें खुलीं, कुछ भ्रान्तियाँ मिटीं। महात्मा गाँधी एवं सुभाषचन्द्र बोस के जीवन के अनछुए पहलुओं का रोचक ऐतिहासिक वृत्तान्त।

About Author

डॉ. सुजाता चौधरी का जन्म 6 जनवरी 1964 को एक सम्भ्रान्त परिवार में हुआ। एम.ए. (राजनीतिशास्त्र, इतिहास), एल.एल.बी., पीएच.डी., पत्रकारिता में डिप्लोमा। सैकड़ों पत्र-पत्रिकाओं में लेख और कहानियाँ प्रकाशित। आकाशवाणी भागलपुर से अनेक कहानियाँ प्रसारित। प्रकाशित रचनाएँ : दुख भरे सुख, कश्मीर का दर्द, दुख ही जीवन की कथा रही, प्रेमपुरुष, सौ साल पहले-चम्पारण का गाँधी, मैं पृथा ही क्यों न रही, नोआखाली (उपन्यास); मर्द ऐसे ही होते हैं, सच होते सपने, चालू लड़की, अगले जनम मोहे बिटिया ही दीज्यो (कहानी संग्रह); महात्मा का अध्यात्म, बापू और स्त्री, गाँधी की नैतिकता, राष्ट्रपिता और नेता जी, राष्ट्रपिता और भगतसिंह, बापू कृत बालपोथी, चम्पारण का सत्याग्रह, सत्य के दस्तावेज़ (गाँधी साहित्य); संक्षिप्त श्रीमद्भागवतम्, श्री चैतन्यदेव (अन्य रचनाएँ)। प्रकाशनाधीन : कहाँ है मेरा घर? (कविता संग्रह); महामानव आ रहा है (उपन्यास); दूसरी कैकयी (कहानी संग्रह)। कार्यक्षेत्र : श्री रास बिहारी मिशन ट्रस्ट की मुख्य न्यासी एवं नेशनल मूवमेंट फ्रंट की राष्ट्रीय संयोजिका। मिशन एवं फ्रंट द्वारा प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र में विद्यालयों की स्थापना, विशेषतया बालिका शिक्षा और महिला स्वावलम्बन एवं सशक्तीकरण हेतु रोजगार एवं प्रशिक्षण। दलित बच्चों की शिक्षा हेतु विद्यालय संचालन, वृन्दावन में महिलाओं के लिए आश्रम का संचालन, निराश्रित जनों के लिए भोजन की व्यवस्था, चैरिटेबल विद्यालयों का संचालन, देशभर में बा-बापू एकल पाठशाला का संचालन। ई-मेल : sujatachaudhary@hotmail.com

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Rashtrapita Aur Netaji”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED