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Ramana Pito (HB)
Publisher:
Lokbharti
| Author:
HIRALAL SHUKLA
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Lokbharti
Author:
HIRALAL SHUKLA
Language:
Hindi
Format:
Hardback
₹400 ₹320
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ISBN:
SKU
9788180319730
Category Hindi
Category: Hindi
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गोंडी बोली में रामकथासार की प्रस्तुति रचनात्मक अभाव को दूर करने की एक बड़ी कोशिशतो है ही, नई शुरुआत करने की एक दूरदृष्टि भी है। गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानसएक ऐसी कृति है, जिसका दो-तिहाई से अधिक अंश वनभूमि और वनजनों से सम्बद्ध है और आदिवासियों के जीवन-जगत में आज भी शामिल है, जिससे ये अपना सम्बन्ध पुरातन मानते हैं, इसलिए अभिन्न जुड़ाव रखते हैं।गोंडी बोली की इस रामकथा में आदिवासी समुदाय अपने जीवन, समाज, संस्कृति और सामूहिक संघर्ष-चेतना कीभी कथा देखता, जीता है। यह पुस्तक रामकथा के बहाने जनजातियों की तरफ़ से उनकी विरासत का परिचयऔर उनके अपने अस्तित्व की गाथा भी प्रस्तुत करती है।
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Description
गोंडी बोली में रामकथासार की प्रस्तुति रचनात्मक अभाव को दूर करने की एक बड़ी कोशिशतो है ही, नई शुरुआत करने की एक दूरदृष्टि भी है। गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरितमानसएक ऐसी कृति है, जिसका दो-तिहाई से अधिक अंश वनभूमि और वनजनों से सम्बद्ध है और आदिवासियों के जीवन-जगत में आज भी शामिल है, जिससे ये अपना सम्बन्ध पुरातन मानते हैं, इसलिए अभिन्न जुड़ाव रखते हैं।गोंडी बोली की इस रामकथा में आदिवासी समुदाय अपने जीवन, समाज, संस्कृति और सामूहिक संघर्ष-चेतना कीभी कथा देखता, जीता है। यह पुस्तक रामकथा के बहाने जनजातियों की तरफ़ से उनकी विरासत का परिचयऔर उनके अपने अस्तित्व की गाथा भी प्रस्तुत करती है।
About Author
हीरालाल शुक्ल
शिक्षा : एम.ए. (संस्कृत), एम.ए. (भाषाविज्ञान), दर्शनशास्त्री, पीएच.डी. (संस्कृत)।
कार्य : भाषाविज्ञान विभाग, रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर में प्राध्यापक।
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