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Premchand : Swadhinta Sambandhi Kahaniyan
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Premchand : Swadhinta Sambandhi Kahaniyan
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
सम्पादक - रवीन्द्र कालिया, जितेन्द्र श्रीवास्तव
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
Author:
सम्पादक - रवीन्द्र कालिया, जितेन्द्र श्रीवास्तव
Language:
Hindi
Format:
Hardback
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ISBN:
SKU
9789357754743
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
276
प्रेमचन्द : स्वाधीनता सम्बन्धी कहानियाँ –
प्रेमचन्द अपने लेखन के माध्यम से स्वाधीनता संग्राम के एक प्रतिबद्ध सिपाही के रूप में उपस्थित होते हैं। उनका सारा लेखन किसी न किसी रूप में मुक्ति-आन्दोलन से जुड़ा हुआ है।
स्वाधीनता-प्राप्ति प्रेमचन्द के लेखन मात्र का नहीं, जीवन का उद्देश्य था। उनके साहित्य का अधिकांश स्वाधीनता आन्दोलन के बाह्य और आन्तरिक पक्षों का विश्लेषण करता है। आज की आलोचनात्मक भाषा में कहें तो स्वाधीनता विमर्श प्रेमचन्द के लेखन का बीज-तत्त्व है।
स्वाधीनता आन्दोलन का चित्रण करते हुए उन्होंने अपनी कहानियों में उन विसंगतियों पर प्रहार किया है, जो भारतीय राष्ट्रवाद को संकीर्ण बना रही थीं। उनके इस आन्दोलन सम्बन्धी चित्रण में हर जगह उनकी कला का उदात्त रूप स्पष्ट दिखाई देता है।
प्रेमचन्द ने अपनी इन कहानियों में स्वाधीनता आन्दोलन का मार्मिक चित्रण तो किया ही है, साथ ही ‘स्वाधीनता’ शब्द को व्यापक अर्थ भी प्रदान किया है। उन्होंने स्वाधीनता का वही अर्थ नहीं लिया जो अर्थ उस दौर में ढेर सारे तथाकथित राष्ट्रवादी ले रहे थे ।
स्वाधीनता आन्दोलन सम्बन्धी कहानी लेखन के क्षेत्र में प्रेमचन्द के अध्येता पाठकों के लिए एक पठनीय एवं संग्रहणीय कृति ।
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Description
प्रेमचन्द : स्वाधीनता सम्बन्धी कहानियाँ –
प्रेमचन्द अपने लेखन के माध्यम से स्वाधीनता संग्राम के एक प्रतिबद्ध सिपाही के रूप में उपस्थित होते हैं। उनका सारा लेखन किसी न किसी रूप में मुक्ति-आन्दोलन से जुड़ा हुआ है।
स्वाधीनता-प्राप्ति प्रेमचन्द के लेखन मात्र का नहीं, जीवन का उद्देश्य था। उनके साहित्य का अधिकांश स्वाधीनता आन्दोलन के बाह्य और आन्तरिक पक्षों का विश्लेषण करता है। आज की आलोचनात्मक भाषा में कहें तो स्वाधीनता विमर्श प्रेमचन्द के लेखन का बीज-तत्त्व है।
स्वाधीनता आन्दोलन का चित्रण करते हुए उन्होंने अपनी कहानियों में उन विसंगतियों पर प्रहार किया है, जो भारतीय राष्ट्रवाद को संकीर्ण बना रही थीं। उनके इस आन्दोलन सम्बन्धी चित्रण में हर जगह उनकी कला का उदात्त रूप स्पष्ट दिखाई देता है।
प्रेमचन्द ने अपनी इन कहानियों में स्वाधीनता आन्दोलन का मार्मिक चित्रण तो किया ही है, साथ ही ‘स्वाधीनता’ शब्द को व्यापक अर्थ भी प्रदान किया है। उन्होंने स्वाधीनता का वही अर्थ नहीं लिया जो अर्थ उस दौर में ढेर सारे तथाकथित राष्ट्रवादी ले रहे थे ।
स्वाधीनता आन्दोलन सम्बन्धी कहानी लेखन के क्षेत्र में प्रेमचन्द के अध्येता पाठकों के लिए एक पठनीय एवं संग्रहणीय कृति ।
About Author
रवीन्द्र कालिया -
जन्म : जालन्धर, 1938
निधन : दिल्ली, 2016
रवीन्द्र कालिया का रचना संसार
कहानी संग्रह व संकलन : नौ साल छोटी पत्नी, काला रजिस्टर, गरीबी हटाओ, बाँकेलाल, गली कूचे, चकैया नीम, सत्ताइस साल की उमर तक, रवीन्द्र कालिया की कहानियाँ, इक्कीस श्रेष्ठ कहानियाँ, चुनिन्दा प्रेम कहानियाँ, पाँच बेहतरीन कहानियाँ, दस प्रतिनिधि कहानियाँ, मेरी प्रिय कहानियाँ ।
उपन्यास : ख़ुदा सही सलामत है, ए.बी.सी.डी., 17 रानाडे रोड।
संस्मरण : स्मृतियों की जन्मपत्री, कॉमरेड मोनालिसा, सृजन के सहयात्री, मेरे हमक़लम।
व्यंग्य-संग्रह : राग मिलावट मालकौंस, तेरा क्या होगा कालिया, नींद क्यों रात भर नहीं आती।
सम्पादन : 'भाषा', 'धर्मयुग', 'वर्तमान साहित्य', 'वागर्थ', 'गंगा यमुना', 'नया ज्ञानोदय' पत्रिकाओं के सम्पादन के साथ-साथ बीस से अधिक पुस्तकों का सम्पादन जिनमें प्रमुख हैं, फैज़ की सदी, अमरकान्त संचयन, उर्दू की बेहतरीन कहानियाँ, हिन्दी की श्रेष्ठ प्रेम कहानियाँ और मण्टो की सदी । कई कहानियों, संस्मरणों का देश-विदेश के विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में निर्धारण । ग़ालिब छुटी शराब का पंजाबी व मलयालम भाषा में अनुवाद ।
܀܀܀
जितेन्द्र श्रीवास्तव -
जन्म : उत्तर प्रदेश के देवरिया में।
प्रकाशन : इन दिनों हालचाल, अनभै कथा, असुन्दर सुन्दर (कविता); भारतीय समाज की समस्याएँ और प्रेमचन्द, भारतीय राष्ट्रवाद और प्रेमचन्द, शब्दों में समय, आलोचना का मानुष-मर्म (आलोचना) ।
पुरस्कार/सम्मान : हिन्दी अकादमी दिल्ली का 'कृति सम्मान', उ.प्र. हिन्दी संस्थान का 'रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार', 'भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार', उ.प्र. हिन्दी संस्थान का 'विजयदेव नारायण साही पुरस्कार', 'देवीशंकर अवस्थी आलोचना सम्मान' आदि ।
सम्पर्क : हिन्दी संकाय, मानविकी विद्यापीठ, ब्लॉक-एफ, इग्नू, मैदानगढ़ी, नयी दिल्ली-110068
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