Mumbai Mornings (UPNYAAS)

Publisher:
Book Street
| Author:
POONAM A CHAWLA
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
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Book Street
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POONAM A CHAWLA
Language:
Hindi
Format:
Paperback

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193

एक मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की “साया” शादी के बाद अमेरिका चली जाती है और काफी लंबे समय बाद अपने मायके मुंबई आती है । अपने इस प्रवास के दौरान वो अधिकतर समय अपनी माँ के साथ बिताती है और अपनी माँ के फ्लैट के छोटे से बेडरूम में उनके बिस्तर पर बातें करते हुए उन क्षणों को फिर से जीने की कोशिश करती है जो वक़्त की अफरा तफरी में पहले कहीं छूट गए थे । वो रिश्तों के अंतर्संबंधों को पूरी शिद्दत से महसूस करते हुए उनके माध्यम से अपने परिवेश को अपने भीतर धीरे-धीरे उतरते हुए देखती है । इनमें कहीं जीवन मूल्यों के धरातल पर लड़खड़ाती सच्ची मोहब्बत, अपने आप की तलाश के जीवंत अभियान, वफादारी, कस्बाई किशोर के उन्मत्त स्वप्नों की अनंत उड़ान और एक मासूम की अपने शोषण के खिलाफ जंग के ऐलान के सुनहरे वरक हैं तो दूसरी ओर गाँव की अल्हड़ भोली-भाली लड़की के मक्कार होने और कामान्ध होने तक के पतन, धन-लिप्सा के लिए मर्यादाओं के तिरोहित होने और बढ़ते हुए अपराधों के अंधेरे पन्ने भी हैं ।

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Description

एक मध्यमवर्गीय परिवार की लड़की “साया” शादी के बाद अमेरिका चली जाती है और काफी लंबे समय बाद अपने मायके मुंबई आती है । अपने इस प्रवास के दौरान वो अधिकतर समय अपनी माँ के साथ बिताती है और अपनी माँ के फ्लैट के छोटे से बेडरूम में उनके बिस्तर पर बातें करते हुए उन क्षणों को फिर से जीने की कोशिश करती है जो वक़्त की अफरा तफरी में पहले कहीं छूट गए थे । वो रिश्तों के अंतर्संबंधों को पूरी शिद्दत से महसूस करते हुए उनके माध्यम से अपने परिवेश को अपने भीतर धीरे-धीरे उतरते हुए देखती है । इनमें कहीं जीवन मूल्यों के धरातल पर लड़खड़ाती सच्ची मोहब्बत, अपने आप की तलाश के जीवंत अभियान, वफादारी, कस्बाई किशोर के उन्मत्त स्वप्नों की अनंत उड़ान और एक मासूम की अपने शोषण के खिलाफ जंग के ऐलान के सुनहरे वरक हैं तो दूसरी ओर गाँव की अल्हड़ भोली-भाली लड़की के मक्कार होने और कामान्ध होने तक के पतन, धन-लिप्सा के लिए मर्यादाओं के तिरोहित होने और बढ़ते हुए अपराधों के अंधेरे पन्ने भी हैं ।

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