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MUKTIBODH KI LALTEN
Publisher:
Setu Prakashan
| Author:
APOORVANAND
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Setu Prakashan
Author:
APOORVANAND
Language:
Hindi
Format:
Paperback
₹395 ₹356
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In stock
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3-5 Days
In stock
ISBN:
SKU
9789393758569
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
408
मुक्तिबोध कुछ दशकों से हिंदी के सर्वाधिक चर्चित रचनाकार रहे हैं। उनपर काफी कुछ लिखा गया है। लेकिन मुक्तिबोध की लालटेन कई मायनों में उस काफी कुछ से अलग है, इसमें आलोचनात्मक और अकादमिक दर्रे पर होने की कतई परवाह नहीं की गई है। यह किताब मुक्तिबोध को कवि, आलोचक, चिन्तक के खानों में बाँटकर उनपर विचार नहीं करती, न कुल मिलाकर कोई समालोचनात्मक सार प्रस्तुत करती है।
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Description
मुक्तिबोध कुछ दशकों से हिंदी के सर्वाधिक चर्चित रचनाकार रहे हैं। उनपर काफी कुछ लिखा गया है। लेकिन मुक्तिबोध की लालटेन कई मायनों में उस काफी कुछ से अलग है, इसमें आलोचनात्मक और अकादमिक दर्रे पर होने की कतई परवाह नहीं की गई है। यह किताब मुक्तिबोध को कवि, आलोचक, चिन्तक के खानों में बाँटकर उनपर विचार नहीं करती, न कुल मिलाकर कोई समालोचनात्मक सार प्रस्तुत करती है।
About Author
आलोचना अपूर्वानंद का व्यसन है। आलोचना अपने व्यापक अर्थ और आशय में । आलोचना का लक्ष्य पूरा मानवीय जीवन है, साहित्य जिसकी एक गतिविधि है। इसलिए शिक्षा, संस्कृति और राजनीति की आलोचना के बिना साहित्य की आलोचना संभव नहीं। लेखक के साहित्यिक आलोचनात्मक निबंधों के दो संकलन, सुंदर का स्वप्न और साहित्य का एकांत, ‘यह प्रेमचंद हैं’ प्रकाशित हैं। कुछ समय तक आलोचना` पत्रिका का संपादन।
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