Modi-Yogi Ka Vision : Vikas Ki Ore Uttar Pradesh

Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
K.K. Upadhyaya
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Prabhat Prakashan
Author:
K.K. Upadhyaya
Language:
Hindi
Format:
Hardback

300

Save: 25%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Weight 390 g
Book Type

ISBN:
SKU 9789390366286 Categories , Tag
Categories: ,
Page Extent:
176

उत्तर प्रदेश वह प्रदेश है जिसे हम देश की धड़कन कह सकते हैं। सन् 2014 में जब भाजपा ने प्रचंड विजय हासिल की तब किसी ने नहीं सोचा था कि परिणाम ऐसे आएँगे। पुराने फॉर्मूले फेल हो गए। नई इबारत लिखी जाने लगी। इस बीच सन् 2017 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज उठा। राजनीतिक पंडित कह रहे थे कि अब भाजपा की डगर आसान नहीं है। वे गलत भी नहीं थे। यहाँ चुनाव का मतलब वोटों का गठजोड़ और जातियों का समूह था। कोई नहीं जानता था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएँ गरीबों तक पहुँचने लगी थीं। उसका असर भी होने लगा था। भाजपा यहाँ संगठन में लगी थी। मेहनत रंग लाई। भाजपा ने उ.प्र. में ऐसा परचम फहराया कि सब अवाक रह गए। अब बारी थी काम की। मोदीजी का विजन और योगीजी की मेहनत ने उत्तर प्रदेश की तसवीर बदल दी। गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनओं पर काम होने लगा। श्रीराम मंदिर का निर्माण-कार्य प्रारंभ हो गया। सपने साकार होने लगे। इस पुस्तक में इन्हीं सब कामों को सँजोने का प्रयास किया है। भाजपा की जीत की रणनीति का खुलासा भी इस पुस्तक में हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्री के.के. उपाध्याय के दीर्घ अनुभव और सूक्ष्म अंतर्दृष्टि से आकल्पित उत्तर प्रदेश के चहुँमुखी विकास का व्यावहारिक दिग्दर्शन कराती प्रामाणिक पुस्तक।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Modi-Yogi Ka Vision : Vikas Ki Ore Uttar Pradesh”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

उत्तर प्रदेश वह प्रदेश है जिसे हम देश की धड़कन कह सकते हैं। सन् 2014 में जब भाजपा ने प्रचंड विजय हासिल की तब किसी ने नहीं सोचा था कि परिणाम ऐसे आएँगे। पुराने फॉर्मूले फेल हो गए। नई इबारत लिखी जाने लगी। इस बीच सन् 2017 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज उठा। राजनीतिक पंडित कह रहे थे कि अब भाजपा की डगर आसान नहीं है। वे गलत भी नहीं थे। यहाँ चुनाव का मतलब वोटों का गठजोड़ और जातियों का समूह था। कोई नहीं जानता था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएँ गरीबों तक पहुँचने लगी थीं। उसका असर भी होने लगा था। भाजपा यहाँ संगठन में लगी थी। मेहनत रंग लाई। भाजपा ने उ.प्र. में ऐसा परचम फहराया कि सब अवाक रह गए। अब बारी थी काम की। मोदीजी का विजन और योगीजी की मेहनत ने उत्तर प्रदेश की तसवीर बदल दी। गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनओं पर काम होने लगा। श्रीराम मंदिर का निर्माण-कार्य प्रारंभ हो गया। सपने साकार होने लगे। इस पुस्तक में इन्हीं सब कामों को सँजोने का प्रयास किया है। भाजपा की जीत की रणनीति का खुलासा भी इस पुस्तक में हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्री के.के. उपाध्याय के दीर्घ अनुभव और सूक्ष्म अंतर्दृष्टि से आकल्पित उत्तर प्रदेश के चहुँमुखी विकास का व्यावहारिक दिग्दर्शन कराती प्रामाणिक पुस्तक।

About Author

के.के. उपाध्याय ग्वालियर से प्रकाशित ‘स्वदेश’ अखबार से छात्र जीवन में ही पत्रकारिता की शुरुआत करनेवाले के.के. उपाध्याय (पूरा नाम कृष्ण कांत) पिछले तीन दशक से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। म.प्र. के ग्वालियर से पढ़े और आगे बढ़ते गए। धारदार लेखन इनकी विशेषता रही है। मात्र 23 साल की उम्र में ही भोपाल में सांयकालीन ‘स्वदेश’ के प्रभारी बने। इस अखबार ने तब पत्रकारिता के क्षेत्र में धूम मचा दी थी। इसके बाद दैनिक भास्कर, अमर उजाला और हिंदुस्तान में संपादक के तौर पर अपनी सेवाएँ दीं। हिंदुस्तान के कई संस्करण लॉञ्च कराए। इस दौरान ग्रुप में दिया जानेवाला स्टार अवॉर्ड कई बार जीता। पत्रकारिता के दौरान विचारधारा राष्ट्रवादी रही। समय-समय पर उनकी लेखनी में वह परिलक्षित भी होती रही। उत्तर प्रदेश की राजनीति को बहुत करीब से जाना है, समझा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली को बहुत करीब से देखा है, जाना है। विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान गाँव-गाँव घूमे, लोगों से मिले, सरकार के काम को करीब से जाना

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Modi-Yogi Ka Vision : Vikas Ki Ore Uttar Pradesh”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED