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MERA RAM MERA DESH (HINDI)
Publisher:
MANJUL
| Author:
SANJAY TRIPATHI
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
MANJUL
Author:
SANJAY TRIPATHI
Language:
Hindi
Format:
Paperback
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9788183227513
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आर्यों के आने से पूर्व यहाँ द्रविडों की सभ्यता थी I द्रविडों ने भारत के उत्तर पश्चिम क्षेत्र एवं दक्षिण प्रायद्वीप में अपनी बस्तियाँ और नगर बसाए, तथा मेसोपोटामिया जैसे सुदूर देशों में अपना व्यापार फैलाया I मध्य एशिया से आये आर्यों ने हलके एवं तीक्ष्ण हथियारों व् गतिशील रथों की सहायता से द्रविड़ों पर विजय प्राप्त की I देवासुर संग्राम के बाद आर्यों व् द्रविडों का संविलयन प्रारम्भ हुआ I दक्षिण की दिशा अगस्त्य की दिशा कहलाती है I मुनि अगस्त्य ही आर्यों को दक्षिण तक लेकर गए तथा अनेक द्रविड़ों को आर्यों में सम्मिलित किया I राम ने दक्षिण को जीता किन्तु राम की विजय आर्यों की दक्षिण विजय नहीं थी क्योंकि राम-रावण युद्ध से पूर्व ही राम ने आर्यों व द्रविडों का एकीकरण कर नई सभ्यता, नया धर्म और नई संस्कृति का निर्माण कर दिया था, जिसने भारत को एक राष्ट्र के रूप में स्थापित करना प्रारम्भ किया I राम के द्वारा किये गए अनेक महान कार्यों में यह महानतम था, जिसने ईश्वर के रूप में उनका रूपांतरण कर दिया I
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Description
आर्यों के आने से पूर्व यहाँ द्रविडों की सभ्यता थी I द्रविडों ने भारत के उत्तर पश्चिम क्षेत्र एवं दक्षिण प्रायद्वीप में अपनी बस्तियाँ और नगर बसाए, तथा मेसोपोटामिया जैसे सुदूर देशों में अपना व्यापार फैलाया I मध्य एशिया से आये आर्यों ने हलके एवं तीक्ष्ण हथियारों व् गतिशील रथों की सहायता से द्रविड़ों पर विजय प्राप्त की I देवासुर संग्राम के बाद आर्यों व् द्रविडों का संविलयन प्रारम्भ हुआ I दक्षिण की दिशा अगस्त्य की दिशा कहलाती है I मुनि अगस्त्य ही आर्यों को दक्षिण तक लेकर गए तथा अनेक द्रविड़ों को आर्यों में सम्मिलित किया I राम ने दक्षिण को जीता किन्तु राम की विजय आर्यों की दक्षिण विजय नहीं थी क्योंकि राम-रावण युद्ध से पूर्व ही राम ने आर्यों व द्रविडों का एकीकरण कर नई सभ्यता, नया धर्म और नई संस्कृति का निर्माण कर दिया था, जिसने भारत को एक राष्ट्र के रूप में स्थापित करना प्रारम्भ किया I राम के द्वारा किये गए अनेक महान कार्यों में यह महानतम था, जिसने ईश्वर के रूप में उनका रूपांतरण कर दिया I
About Author
संजय त्रिपाठी ने इंजिनीरिंग की पढ़ाई के पश्चात् इतिहास विषय लेकर लोक सेवा आयोग कि परीक्षा दी I इसी समय इतिहास के प्रति रूचि जागी तथा ईश्वरत्व तक पहुंचे महान नायकों के बारे में और अधिक जानने कि जिज्ञासा हुई I जैसे - जैसे उनके बारे में जानकारियाँ मिलती गईं वैसे-वैसे उनके बारे में पढ़ने कि ललक बढ़ती गई I वर्तमान में लोक सेवक के रूप में मध्य प्रदेश में कार्यरत हैं I
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