Jayadola

Publisher:
Jnanpith Vani Prakashan LLP
| Author:
अज्ञेय
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
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Jnanpith Vani Prakashan LLP
Author:
अज्ञेय
Language:
Hindi
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Hardback

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जयदोल –
‘अज्ञेय’ की सर्वतोमुखी प्रतिभा ने साहित्य के अनेक क्षेत्रों को समर्थ नेतृत्व दिया और उनके कृतित्व ने अनेक साहित्यिक विधाओं को नये मानदण्डों की स्थापना द्वारा समृद्ध किया। हिन्दी कहानी ने ‘अज्ञेय’ के अवदान से एक विशिष्टता प्राप्त की है। ‘जयदोल’ में संगृहीत बारह कहानियाँ ‘अज्ञेय’ की विशिष्टता को रेखांकित करती हैं— जीवन के प्रति सजग और सौहार्दपूर्ण दृष्टि, चिन्तन के उत्प्रेरक आयाम, प्रौढ़ कथाशिल्प, पात्रों के अन्तरंग की सहज प्रतिछवि, भाषा का संयम बँधा सौन्दर्य, कथा-बोध का आकर्षक एल्बम एवं तरंगायित मानस की दौड़ती लहरों के अनेकानेक गतिचित्र

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जयदोल –
‘अज्ञेय’ की सर्वतोमुखी प्रतिभा ने साहित्य के अनेक क्षेत्रों को समर्थ नेतृत्व दिया और उनके कृतित्व ने अनेक साहित्यिक विधाओं को नये मानदण्डों की स्थापना द्वारा समृद्ध किया। हिन्दी कहानी ने ‘अज्ञेय’ के अवदान से एक विशिष्टता प्राप्त की है। ‘जयदोल’ में संगृहीत बारह कहानियाँ ‘अज्ञेय’ की विशिष्टता को रेखांकित करती हैं— जीवन के प्रति सजग और सौहार्दपूर्ण दृष्टि, चिन्तन के उत्प्रेरक आयाम, प्रौढ़ कथाशिल्प, पात्रों के अन्तरंग की सहज प्रतिछवि, भाषा का संयम बँधा सौन्दर्य, कथा-बोध का आकर्षक एल्बम एवं तरंगायित मानस की दौड़ती लहरों के अनेकानेक गतिचित्र

About Author

सच्चिदानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय'- जन्म 7 मार्च, 1911 को देवरिया ज़िले के कसिया इलाक़े में। प्रारम्भिक शिक्षा जम्मू एवं कश्मीर में। 1929 में फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज, लाहौर से बी.एससी.। लाहौर में ही क्रान्तिकारी जीवन की शुरुआत। 1950-55 में ऑल इंडिया रेडियो से सम्बद्ध। 1965-68 में 'दिनमान' का और 1977-79 में 'नवभारत टाइम्स' का सम्पादन। साहित्य और संस्कृति की सेवा के लिए वत्सलनिधि संस्था की स्थापना। साहित्य अकादेमी पुरस्कार, गोल्डन रीथ अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार तथा ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित। 4 अप्रैल, 1987 को नयी दिल्ली में निधन।

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