JAB ANDHERA HOTA HAI

Publisher:
HIND POCKET BOOKS PVT LTD
| Author:
-
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
HIND POCKET BOOKS PVT LTD
Author:
-
Language:
Hindi
Format:
Paperback

74

Save: 1%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Book Type

ISBN:
SKU 9788121610018 Categories , Tag
Categories: ,
Page Extent:

जब अंधेरा होता है में बाॅण्ड एक सिद्ध कथाकार की अपनी तमाम ख़ू़बियों के साथ मौजूद हैं। सहज और अनायास प्रतीत होने वाली शैली, साधारण जीवन में असाधारण को पकड़ने की निगाह और अपने पात्रों-चरित्रों के साथ लगाव के वह अनूठे शिल्पी हैं। यहां हमारा परिचय होता है मारखम से, जो एक त्रासद दुर्घटना के परिणामस्वरूप आजीवन अकेलापन झेल रहा है, सात पतियों वाली सुसाना से, जिसने अपने हर पति से मौत जैसा प्यार किया और उस उदास पत्नी से, जो मृत्यु के बाद अपने पति को देखने आती है और पाती है कि अब उसने एक दूसरी तरह की जि़न्दगी शुरू कर दी है और किसी दूसरी से प्यार करने लगा है। इस संकलन की कहानियों में हम एक सीधे-सादे बन्दे से भी मिलते हैं, जो अपनी सामान्य बुद्धि से एक चालाक भूत को छका देता है, कुन्दनलाल से भी, जिसको देखकर औरतें अपने ऊपर क़ाबू नहीं रख पातीं। इसके अलावा रस्किन हमें अपने पुराने दिनों के एक सफ़र पर भी ले जाता है, 1940-50 के देहरादून में जब जि़न्दगी इतनी पेचीदा नहीं थी और दुनिया में युवाओं तथा सनकियों की छोटी-मोटी ग़लतियों के लिए जगह थी। इस संकलन की कहानियों में हमें हास्य भी मिलेगा, उदासी भी और बीते दिनों की यादें भी। यह है रस्किन बाॅण्ड को चाहने वाले पाठकों के लिए एक विशेष भेंट।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “JAB ANDHERA HOTA HAI”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

जब अंधेरा होता है में बाॅण्ड एक सिद्ध कथाकार की अपनी तमाम ख़ू़बियों के साथ मौजूद हैं। सहज और अनायास प्रतीत होने वाली शैली, साधारण जीवन में असाधारण को पकड़ने की निगाह और अपने पात्रों-चरित्रों के साथ लगाव के वह अनूठे शिल्पी हैं। यहां हमारा परिचय होता है मारखम से, जो एक त्रासद दुर्घटना के परिणामस्वरूप आजीवन अकेलापन झेल रहा है, सात पतियों वाली सुसाना से, जिसने अपने हर पति से मौत जैसा प्यार किया और उस उदास पत्नी से, जो मृत्यु के बाद अपने पति को देखने आती है और पाती है कि अब उसने एक दूसरी तरह की जि़न्दगी शुरू कर दी है और किसी दूसरी से प्यार करने लगा है। इस संकलन की कहानियों में हम एक सीधे-सादे बन्दे से भी मिलते हैं, जो अपनी सामान्य बुद्धि से एक चालाक भूत को छका देता है, कुन्दनलाल से भी, जिसको देखकर औरतें अपने ऊपर क़ाबू नहीं रख पातीं। इसके अलावा रस्किन हमें अपने पुराने दिनों के एक सफ़र पर भी ले जाता है, 1940-50 के देहरादून में जब जि़न्दगी इतनी पेचीदा नहीं थी और दुनिया में युवाओं तथा सनकियों की छोटी-मोटी ग़लतियों के लिए जगह थी। इस संकलन की कहानियों में हमें हास्य भी मिलेगा, उदासी भी और बीते दिनों की यादें भी। यह है रस्किन बाॅण्ड को चाहने वाले पाठकों के लिए एक विशेष भेंट।

About Author

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “JAB ANDHERA HOTA HAI”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED