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Hindu Devi Devta

Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
Kk Tripathi
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Prabhat Prakashan
Author:
Kk Tripathi
Language:
Hindi
Format:
Hardback

375

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1-4 Days

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Book Type

ISBN:
SKU 9788177211276 Categories , Tag
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Page Extent:
34

हिंदू धर्म विश्‍व का सबसे प्राचीन धर्म है। हिंदू धर्मग्रंथों—वेद, पुराण, उपनिषद्, रामायण, महाभारत, गीता आदि ने संपूर्ण मानव जाति को दिशा दिखाई है तथा जीवन में आदर्श और नैतिकता का मार्ग प्रशस्त किया है। इस उच्च धर्म के वाहक चौंसठ करोड़ देवी-देवता हैं। विद्या की देवी माँ सरस्वती हैं, धन-धान्य की देवी माँ लक्ष्मी हैं, शक्‍ति की प्रतीक माँ दुर्गा हैं। ब्रह्माजी जन्मदाता हैं, विष्णु पालक और शिवजी संहारक। हिंदू धर्म उपासक अपनी श्रद्धा और भक्‍ति में सराबोर होकर अपने इष्‍ट देवी-देवता की पूजा-अर्चना करते हैं। वही अपने भक्‍तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं, उनका कल्याण करते हैं। इस ग्रंथ में विद्वान् लेखक ने हिंदू धर्म के कुछ प्रमुख देवी-देवताओं के अलौकिक जीवन की झाँकी प्रस्तुत की है, जो श्रद्धा और भक्‍ति के आकाश को नया क्षितिज प्रदान करेगी। आस्था, विश्‍वास और समर्पण का भाव जगानेवाली पठनीय व मननीय कृति।.

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Description

हिंदू धर्म विश्‍व का सबसे प्राचीन धर्म है। हिंदू धर्मग्रंथों—वेद, पुराण, उपनिषद्, रामायण, महाभारत, गीता आदि ने संपूर्ण मानव जाति को दिशा दिखाई है तथा जीवन में आदर्श और नैतिकता का मार्ग प्रशस्त किया है। इस उच्च धर्म के वाहक चौंसठ करोड़ देवी-देवता हैं। विद्या की देवी माँ सरस्वती हैं, धन-धान्य की देवी माँ लक्ष्मी हैं, शक्‍ति की प्रतीक माँ दुर्गा हैं। ब्रह्माजी जन्मदाता हैं, विष्णु पालक और शिवजी संहारक। हिंदू धर्म उपासक अपनी श्रद्धा और भक्‍ति में सराबोर होकर अपने इष्‍ट देवी-देवता की पूजा-अर्चना करते हैं। वही अपने भक्‍तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं, उनका कल्याण करते हैं। इस ग्रंथ में विद्वान् लेखक ने हिंदू धर्म के कुछ प्रमुख देवी-देवताओं के अलौकिक जीवन की झाँकी प्रस्तुत की है, जो श्रद्धा और भक्‍ति के आकाश को नया क्षितिज प्रदान करेगी। आस्था, विश्‍वास और समर्पण का भाव जगानेवाली पठनीय व मननीय कृति।.

About Author

पौराणिक ग्रंथों का पारायण करनेवाले पं. के.के. त्रिपाठी को धर्म-अध्यात्म में गहन रुचि है। धार्मिक विषयों पर उनके गहन लेख यत्र-तत्र प्रकाशित होते रहते हैं। समाज में ईमानदारी, सच्चरित्रता एवं नैतिकता का विकास हो, ऐसा उनका प्रयास है।.

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