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Hindi Bhasha Aur Sahitya Ka Itihas
Publisher:
Vani Prakashan
| Author:
संजय सिंह बघेल
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Vani Prakashan
Author:
संजय सिंह बघेल
Language:
Hindi
Format:
Paperback
₹499 ₹349
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ISBN:
SKU
9789389915457
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
606
डॉ. संजय सिंह बघेल की पुस्तक ‘हिन्दी भाषा और साहित्य का इतिहास’ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिहाज़ से एक संग्रहणीय पुस्तक है। दो भागों में विभाजित यह पुस्तक हिन्दी भाषा और साहित्य के विकास को समेकित रूप से सम्प्रेषणीय भाषा में अभिव्यक्त करती है। सिविल सेवा और राज्य सेवाओं के लिए हिन्दी विषय के पाठ्यक्रम पर आधारित एक स्वतः सम्पूर्ण किताब का अभाव लम्बे समय से महसूस किया जा रहा था। यह किताब निश्चय ही इस कमी को पूरा करने का एक सार्थक प्रयास है। लेखक और प्रकाशक को इसके लिए मैं साधुवाद देता हूँ। अभय कुमार ठाकुर (आई.आर.एस.) आयकर आयुक्त एवं वित्त अधिकारी (प्रतिनियुक्ति पर) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
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Description
डॉ. संजय सिंह बघेल की पुस्तक ‘हिन्दी भाषा और साहित्य का इतिहास’ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिहाज़ से एक संग्रहणीय पुस्तक है। दो भागों में विभाजित यह पुस्तक हिन्दी भाषा और साहित्य के विकास को समेकित रूप से सम्प्रेषणीय भाषा में अभिव्यक्त करती है। सिविल सेवा और राज्य सेवाओं के लिए हिन्दी विषय के पाठ्यक्रम पर आधारित एक स्वतः सम्पूर्ण किताब का अभाव लम्बे समय से महसूस किया जा रहा था। यह किताब निश्चय ही इस कमी को पूरा करने का एक सार्थक प्रयास है। लेखक और प्रकाशक को इसके लिए मैं साधुवाद देता हूँ। अभय कुमार ठाकुर (आई.आर.एस.) आयकर आयुक्त एवं वित्त अधिकारी (प्रतिनियुक्ति पर) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
About Author
संजय सिंह बघेल वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन। मुख्य विषय मीडिया, सोशल मीडिया और विज्ञापन हैं। इसके अलावा मोटिवेशनल स्टोरी लिखना और व्याख्यान देना भी इनकी रुचि मं शामिल है। अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनमें अंग्रेज़ी में Advertising and Social Media Status in Middle East (From Germany), Social Media and Indian Youths तथा हिन्दी में विज्ञापन और ब्रांड, मीडिया का बाजारीकरण और भारतीय लोकतन्त्र, संचार, समाज और साहित्य, प्रायोगिक हिन्दी, प्रकाश की चाह प्रमुख हैं। आपको विज्ञापन और ब्रांड पुस्तक के लिए भारत के राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। सामान्य जागरूकता के लिए यूनेस्को सम्मान, मीडिया लेखन के लिए चीन का प्रतिष्ठित सी.आर. आई.-सी.सी.एन.एन. पुरस्कार तथा कहानी लेखन के लिए प्रेमचन्द पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है। आपने मिनिस्ट्री ऑफ हायर एजुकेशन, सल्तनत ऑफ़ ओमान में ढाई साल तक मीडिया स्टडीज़ डिपार्टमेंट में पढ़ाया तथा वहाँ के विज्ञापन विषय के पाठ्यक्रम का भी निर्माण किया। देश के लगभग 50 प्रमुख संस्थानों में मोटिवेशन और मीडिया पर व्याख्यान दे चुके हैं और विदेश में कोलम्बिया यूनिवर्सिटी, गूगल, हवाई यूनिवर्सिटी, होनोलुलु, अमेरिका, बीजिंग यूनिवर्सिटी, चीन, के अलावा टर्की, ओमान, दुबई, बहरीन, थाईलैंड आदि देशों में भी अपना व्याख्यान दे चुके हैं। सम्प्रति अध्यापन के साथ-साथ आई.सी.एस.एस.आर. के मेजर प्रोजेक्ट में कार्यरत तथा लायनब्रिज, फिनलैंड तथा गूगल के साथ भारतीय भाषाओं के सॉफ्टवेयर के विकास में भी संलग्न हैं
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