Ek Kahani Beech Me Hai (PB)

Publisher:
Rajkamal
| Author:
KRISHAN BIHAR NOOR
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Rajkamal
Author:
KRISHAN BIHAR NOOR
Language:
Hindi
Format:
Hardback

198

Save: 1%

In stock

Ships within:
3-5 days

In stock

Weight 0.1 g
Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789394494329 Category
Category:
Page Extent:

बीसवीं सदी के बेहद लोकप्रिय शायर कृष्ण बिहारी ‘नूर’ की ये किताब उनकी ग़ज़लों, गीतों, नज़्मों और अशआर का संकलन है। ‘नूर’ की ये किताब एहसास, जमाल, गुदाज़ और इख़्लास की शायरी से भरपूर है। इस किताब में अक्सर ऐसी लतीफ़ कैफ़ियतों को ज़बान दी गई है जो आसानी से लफ़्ज़-ओ-बयान की गिरफ़्त में आती हैं। इस संकलन में बहुत से आईने बोलते नज़र आते हैं, बोलते सुनाई देते हैं, और बोलते महसूस होते हैं।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Ek Kahani Beech Me Hai (PB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

बीसवीं सदी के बेहद लोकप्रिय शायर कृष्ण बिहारी ‘नूर’ की ये किताब उनकी ग़ज़लों, गीतों, नज़्मों और अशआर का संकलन है। ‘नूर’ की ये किताब एहसास, जमाल, गुदाज़ और इख़्लास की शायरी से भरपूर है। इस किताब में अक्सर ऐसी लतीफ़ कैफ़ियतों को ज़बान दी गई है जो आसानी से लफ़्ज़-ओ-बयान की गिरफ़्त में आती हैं। इस संकलन में बहुत से आईने बोलते नज़र आते हैं, बोलते सुनाई देते हैं, और बोलते महसूस होते हैं।

About Author

फ़ज़ल नक़वी के शागिर्द और उर्दू, हिन्दी दोनों ज़बानों के माहिर नूर साहब साहित्यिक हल्क़ों में अपनी ग़ज़ल के लिए ख़ासे मशहूर थे। उनका जन्म 8 नवम्बर, 1926 को ग़ौस नगर, लखनऊ में हुआ। उनकी शायरी की पाँच किताबें शाए हुईं, जिनमें 'दुख-सुख', 'तपस्या', 'समुन्दर मेरी तलाश में', 'हुसैनियत की छाँव में' और 'तजल्ली-ए-नूर' शामिल हैं। 30 मई, 2003 को उन्होंने ग़ाज़ियाबाद में आख़िरी साँस ली।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Ek Kahani Beech Me Hai (PB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED