Dilli Darbaar

Publisher:
HIND YUGAM
| Author:
Satya Vyas
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
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HIND YUGAM
Author:
Satya Vyas
Language:
Hindi
Format:
Paperback

174

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176

दिल्ली दरबार छोटे शहरों के युवाओं के दिल्ली प्रवास, प्रेम, प्रयास और परेशानियों की एक प्रहसनात्मक कहानी है। यह लापरवाह इश्क से जिम्मेदार प्रेम की परिणति तक की एक खुशहाल यात्रा है। यह कहानी दरअसल उन लाखों युवाओं के जीवनशैली की भी है जो बेहतर जिंदगी और भविष्य की संभावनाओं के लिए दिल्ली जैसे महानगर का रास्ता लेते हैं। मनोरंजक ढंग से कही गई इस कहानी के केंद्र में टेक्नो गीक ‘राहुल मिश्रा’ है; जिसका मंत्र है ‘सफलता का हमेशा एक छोटा रास्ता है’ और विडंबना यह है कि वह इस बात को अपने ही सनकी तरीके से सही साबित भी करता जाता है। कहानी परिधि की भी है जो पूर्वी दिल्ली की एक ठेठ लड़की है और राहुल को लेकर भविष्य तलाश रही है। मूलतः ‘दिल्ली दरबार’ दिल्ली की नहीं, बल्कि दिल्ली में कहानी है जो चलते-चलते प्रेम, विश्वास, दोस्ती और ‘जीवन’ के अर्थ खोजती जाती है।

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Description

दिल्ली दरबार छोटे शहरों के युवाओं के दिल्ली प्रवास, प्रेम, प्रयास और परेशानियों की एक प्रहसनात्मक कहानी है। यह लापरवाह इश्क से जिम्मेदार प्रेम की परिणति तक की एक खुशहाल यात्रा है। यह कहानी दरअसल उन लाखों युवाओं के जीवनशैली की भी है जो बेहतर जिंदगी और भविष्य की संभावनाओं के लिए दिल्ली जैसे महानगर का रास्ता लेते हैं। मनोरंजक ढंग से कही गई इस कहानी के केंद्र में टेक्नो गीक ‘राहुल मिश्रा’ है; जिसका मंत्र है ‘सफलता का हमेशा एक छोटा रास्ता है’ और विडंबना यह है कि वह इस बात को अपने ही सनकी तरीके से सही साबित भी करता जाता है। कहानी परिधि की भी है जो पूर्वी दिल्ली की एक ठेठ लड़की है और राहुल को लेकर भविष्य तलाश रही है। मूलतः ‘दिल्ली दरबार’ दिल्ली की नहीं, बल्कि दिल्ली में कहानी है जो चलते-चलते प्रेम, विश्वास, दोस्ती और ‘जीवन’ के अर्थ खोजती जाती है।

About Author

सत्य व्यास लेखकों की वर्तमान पीढ़ी के प्रतिनिधि लेखक हैं। शोधपरक लेखक इनका सबल पक्ष है। इनकी सभी किताबें—बनारस टॉकीज़, दिल्ली दरबार, चौरासी, बाग़ी बलिया और उफ़्फ़ कोलकाता बेस्टसेलर सूची में शामिल रही हैं। ‘बनारस टॉकीज़’, ‘दिल्ली दरबार’ और ‘चौरासी’ का अँग्रेज़ी भाषा के अतिरिक्त भारतीय भाषाओं- असमिया, उर्दू, मराठी आदि में अनुवाद हो चुका है। इनकी बहुतचर्चित पुस्तक ‘चौरासी’ का फ़िल्मांकन ‘ग्रहण’ नाम से हुआ है। ‘बनारस टॉकीज़’ और ‘दिल्ली दरबार’ फ़िल्म रूपांतरण की प्रक्रिया में हैं। ‘बाग़ी बलिया’ पर वेबसीरीज़ प्रस्तावित हो चुकी है। द्वारका प्रसाद अग्रवाल सम्मान, संकल्प सम्मान तथा कोयला भारती सम्मान से सम्मानित हैं।

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