SalePaperback
Bhasha Evam Bhasha Shikshan – 3
Publisher:
Vani Prakashan
| Author:
सम्पादक रमा कान्त अग्निहोत्री, अमृत लाल खन्ना
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Vani Prakashan
Author:
सम्पादक रमा कान्त अग्निहोत्री, अमृत लाल खन्ना
Language:
Hindi
Format:
Paperback
₹395 ₹277
Save: 30%
In stock
Ships within:
1-4 Days
In stock
ISBN:
SKU
9789357755528
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
254
भाषा एवं भाषा शिक्षण – 3 : भारतवर्ष में, खासकर उत्तरी भारत में शिक्षकों के पढ़ने योग्य सामग्री बहुत कम है, विशेषकर हिन्दी में । भाषा और भाषा सीखने-सिखाने के क्षेत्र में तो इस तरह की सामग्री सचमुच बहुत ही सीमित है । इस शृंखला का प्रकाशन इस दिशा में एक छोटा-सा प्रयास है।
वर्ष 2014 में भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-1 का तथा वर्ष 2016 में खण्ड-2 का प्रकाशन हुआ जिसका देशभर में स्वागत हुआ। शृंखला को आगे बढ़ाते हुए भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-3 आपके समक्ष प्रस्तुत है। हम उम्मीद करते हैं इस कड़ी में नये-नये खण्ड अब जुड़ते ही जायेंगे और भारतीय शिक्षकों के पास भाषा के क्षेत्र में पढ़ने-लिखने के लिए सामग्री का भण्डार समृद्ध होता चला जायेगा ।
भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-3 का यह अंक ‘लेंग्वेज एंड लेंग्वेज टीचिंग’ पत्रिका (विद्या भवन सोसायटी, उदयपुर व अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, बेंगलूरु द्वारा प्रकाशित) के तीन अंकों : अंक 7-8-9 से चुनी गयी सामग्री पर आधारित है । इस पत्रिका में प्रकाशित सामग्री का सम्बन्ध किसी विशेष भाषा जैसे – अंग्रेज़ी या हिन्दी से नहीं होता। यह पत्रिका भाषा सीखने-सिखाने के मुद्दों से जुड़ी है और ये मुद्दे किसी भाषा विशेष के न होकर किसी भी भाषा के हो सकते हैं। पत्रिका उन बातों को बहुत ही सरल शब्दों में शिक्षकों के सामने प्रस्तुत करती है जो एक तरफ़ तो आधुनिक शोध से जुड़ी हैं एवं दूसरी ओर कक्षा में होने वाली भाषा शिक्षण की प्रक्रियाओं से
भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-8 में भी आपको इन्हीं बातों की झलक मिलेगी । पुस्तक के सम्पादक रमा कान्त अग्निहोत्री एवं अमृत लाल खन्ना हैं जो जाने-माने भाषाविद् हैं व बच्चों के भाषा सीखने की प्रक्रिया एवं भाषा शिक्षण में विशेष रुचि रखते हैं। ये दोनों ‘लेंग्वेज एंड लेंग्वेज टीचिंग’ पत्रिका के भी मुख्य सम्पादक हैं।
Be the first to review “Bhasha Evam Bhasha Shikshan – 3” Cancel reply
Description
भाषा एवं भाषा शिक्षण – 3 : भारतवर्ष में, खासकर उत्तरी भारत में शिक्षकों के पढ़ने योग्य सामग्री बहुत कम है, विशेषकर हिन्दी में । भाषा और भाषा सीखने-सिखाने के क्षेत्र में तो इस तरह की सामग्री सचमुच बहुत ही सीमित है । इस शृंखला का प्रकाशन इस दिशा में एक छोटा-सा प्रयास है।
वर्ष 2014 में भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-1 का तथा वर्ष 2016 में खण्ड-2 का प्रकाशन हुआ जिसका देशभर में स्वागत हुआ। शृंखला को आगे बढ़ाते हुए भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-3 आपके समक्ष प्रस्तुत है। हम उम्मीद करते हैं इस कड़ी में नये-नये खण्ड अब जुड़ते ही जायेंगे और भारतीय शिक्षकों के पास भाषा के क्षेत्र में पढ़ने-लिखने के लिए सामग्री का भण्डार समृद्ध होता चला जायेगा ।
भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-3 का यह अंक ‘लेंग्वेज एंड लेंग्वेज टीचिंग’ पत्रिका (विद्या भवन सोसायटी, उदयपुर व अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, बेंगलूरु द्वारा प्रकाशित) के तीन अंकों : अंक 7-8-9 से चुनी गयी सामग्री पर आधारित है । इस पत्रिका में प्रकाशित सामग्री का सम्बन्ध किसी विशेष भाषा जैसे – अंग्रेज़ी या हिन्दी से नहीं होता। यह पत्रिका भाषा सीखने-सिखाने के मुद्दों से जुड़ी है और ये मुद्दे किसी भाषा विशेष के न होकर किसी भी भाषा के हो सकते हैं। पत्रिका उन बातों को बहुत ही सरल शब्दों में शिक्षकों के सामने प्रस्तुत करती है जो एक तरफ़ तो आधुनिक शोध से जुड़ी हैं एवं दूसरी ओर कक्षा में होने वाली भाषा शिक्षण की प्रक्रियाओं से
भाषा एवं भाषा शिक्षण खण्ड-8 में भी आपको इन्हीं बातों की झलक मिलेगी । पुस्तक के सम्पादक रमा कान्त अग्निहोत्री एवं अमृत लाल खन्ना हैं जो जाने-माने भाषाविद् हैं व बच्चों के भाषा सीखने की प्रक्रिया एवं भाषा शिक्षण में विशेष रुचि रखते हैं। ये दोनों ‘लेंग्वेज एंड लेंग्वेज टीचिंग’ पत्रिका के भी मुख्य सम्पादक हैं।
About Author
रमा कान्त अग्निहोत्री
दिल्ली विश्वविद्यालय से भाषाशास्त्र के प्रोफ़ेसर के पद से सेवानिवृत्त, वर्तमान में विद्या भवन सोसायटी, उदयपुर (राज.) में कार्यरत हैं । प्रायोगिक भाषाशास्त्र, शब्द-संरचना तथा सामाजिक भाषाशास्त्र जैसे विषयों को लम्बे समय से पढ़ाते रहे हैं और उनके बारे में विस्तृत लेखन किया है। प्राथमिक स्कूली शिक्षण के क्षेत्र में देश की अनेक गैर-सरकारी संस्थाओं के साथ काम करते रहे हैं। प्रो. अग्निहोत्री ने देश-विदेश के विश्वविद्यालयों में भाषाशास्त्र सम्बन्धी अनेक व्याख्यान दिये हैं और देश की अनेकानेक शैक्षणिक संस्थाओं से भी सम्बद्ध रहे हैं। प्रो. अग्निहोत्री एन.सी.ई.आर.टी. के भारतीय भाषाओं के शिक्षण के लिए फोकस ग्रुप के अध्यक्ष रहे हैं। डॉ. खन्ना के साथ प्रो. अग्निहोत्री सेज पब्लिकेशंस से प्रकाशित 'रिसर्च इन एप्लाईड लिंग्विस्टिक्स' सीरिज के सम्पादक भी हैं।
܀܀܀
अमृत लाल खन्ना
दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी के एसोसिएट प्रोफ़ेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वर्तमान में अंग्रेज़ी भाषा शिक्षण हेतु सामग्री निर्माण एवं शिक्षक प्रशिक्षण परियोजनाओं के साथ जुड़े हैं। विद्या भवन सोसायटी उदयपुर (राज.) की कई परियोजनाओं से लम्बे समय से जुड़े हैं। डॉ. खन्ना की विशेष रुचि प्रायोगिक भाषा विज्ञान, सामग्री निर्माण, मूल्यांकन एवं आकलन में है । इन क्षेत्रों में उनके काफ़ी लेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप एन.सी.ई.आर.टी. व भारत के कई राज्यों की एस.सी.ई.आर.टी. के साथ काम करते रहे हैं। डॉ. खन्ना अंग्रेज़ी पत्रिका ‘फॉरटेल’ के मुख्य सम्पादक हैं एवं प्रो. अग्निहोत्री के साथ डॉ. खन्ना 'लेंग्वेज एंड लेंग्वेज टीचिंग' पत्रिका का भी सम्पादन करते हैं ।
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “Bhasha Evam Bhasha Shikshan – 3” Cancel reply
[wt-related-products product_id="test001"]
Related products
RELATED PRODUCTS
Ganeshshankar Vidyarthi – Volume 1 & 2
Save: 30%
Horaratnam of Srimanmishra Balabhadra (Vol. 2): Hindi Vyakhya
Save: 20%
Horaratnam of Srimanmishra Balbhadra (Vol. 1): Hindi Vyakhya
Save: 10%
Purn Safalta ka Lupt Gyan Bhag-1 | Dr.Virindavan Chandra Das
Save: 20%
Sacred Books of the East (50 Vols.)
Save: 10%
Reviews
There are no reviews yet.