1000 Bharat Gyan Prashanottari

Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
Sanjay Kumar Dwivedi
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
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Prabhat Prakashan
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Sanjay Kumar Dwivedi
Language:
Hindi
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Hardback

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176

1000 भारत ज्ञान प्रश्‍नोत्तरी—संजय कुमार द्विवेदी किसी भी विषय की बढ़िया-से-बढ़िया पठन-सामग्री को उसके विस्तृत कलेवर के साथ पढ़ना और उसे याद करना कठिन होता है, परंतु यदि उसी सामग्री को प्रश्‍नोत्तर रूप में प्रस्तुत किया जाए तो वह अत्यंत रुचिकर हो जाती है और उसे सहजता से याद भी किया जा सकता है। भारत जैसे विशाल एवं विविधतापूर्ण देश को 1000 प्रश्‍नों में समेट पाना निश्‍चय ही जोखिम भरा काम है। वस्तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों का अपना एक दायरा होता है। इस स्थिति का आकलन करते हुए इस पुस्तक में प्रश्‍नों का चयन एवं प्रस्तुतीकरण इस तरह किया गया है कि पाठकों के समक्ष अधिक-से-अधिक जानकारी पहुँचाई जा सके। पुस्तक में शामिल किए गए अधिकतर प्रश्‍न ऐसे हैं, जिनमें कई उप-प्रश्‍न और उनके उत्तर छिपे हुए हैं। प्रस्तुत पुस्तक को यथासंभव ज्ञानवर्धक एवं रोचक बनाने की कोशिश की गई है। प्रश्‍नों का चयन करते समय प्रत्येक विषय के हर पहलू को छूने की कोशिश की गई है। पुस्तक संतुलित हो, इसका भी हर संभव प्रयास किया गया है। आशा है, भारत को भलीभाँति समझने में पुस्तक पाठकों की भरपूर मदद तो करेगी ही, भरपूर ज्ञानवर्द्धन भी करेगी।.

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Description

1000 भारत ज्ञान प्रश्‍नोत्तरी—संजय कुमार द्विवेदी किसी भी विषय की बढ़िया-से-बढ़िया पठन-सामग्री को उसके विस्तृत कलेवर के साथ पढ़ना और उसे याद करना कठिन होता है, परंतु यदि उसी सामग्री को प्रश्‍नोत्तर रूप में प्रस्तुत किया जाए तो वह अत्यंत रुचिकर हो जाती है और उसे सहजता से याद भी किया जा सकता है। भारत जैसे विशाल एवं विविधतापूर्ण देश को 1000 प्रश्‍नों में समेट पाना निश्‍चय ही जोखिम भरा काम है। वस्तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों का अपना एक दायरा होता है। इस स्थिति का आकलन करते हुए इस पुस्तक में प्रश्‍नों का चयन एवं प्रस्तुतीकरण इस तरह किया गया है कि पाठकों के समक्ष अधिक-से-अधिक जानकारी पहुँचाई जा सके। पुस्तक में शामिल किए गए अधिकतर प्रश्‍न ऐसे हैं, जिनमें कई उप-प्रश्‍न और उनके उत्तर छिपे हुए हैं। प्रस्तुत पुस्तक को यथासंभव ज्ञानवर्धक एवं रोचक बनाने की कोशिश की गई है। प्रश्‍नों का चयन करते समय प्रत्येक विषय के हर पहलू को छूने की कोशिश की गई है। पुस्तक संतुलित हो, इसका भी हर संभव प्रयास किया गया है। आशा है, भारत को भलीभाँति समझने में पुस्तक पाठकों की भरपूर मदद तो करेगी ही, भरपूर ज्ञानवर्द्धन भी करेगी।.

About Author

जन्म : 3 जून, 1969। शिक्षा : एम.ए.,डी.सी.एच., पी.जी.डी.जे.। प्रकाशन : अब तक छह पुस्तकें प्रकाशित। पत्र-पत्रिकाओं के लिए नियमित लेखन। प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु अनेक पुस्तकें प्रकाशनाधीन। संप्रति : स्वतंत्र लेखन।

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