SaleHardback
Blissful Blooms Canvas Journal with Hand Embroidery
₹800 ₹480
Save: 40%
Shrimad Valmiki Ramayan- Keval Hindi
Publisher:
Gita press
| Author:
वाल्मीकि
| Language:
Hindi
| Format:
Hardback
Publisher:
Gita press
Author:
वाल्मीकि
Language:
Hindi
Format:
Hardback
₹450 ₹449
Save: 0%
In stock
Ships within:
1-4 Days
In stock
Book Type |
---|
Page Extent:
1100
वाल्मीकि रामायण भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण और आदरणीय महाकाव्य है। इसे संस्कृत भाषा में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित माना जाता है। रामायण में 24,000 श्लोक हैं, जिन्हें सात कांडों में विभाजित किया गया है: बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किंधाकांड, सुंदरकांड, युद्धकांड, और उत्तरकांड। इस महाकाव्य का केंद्रीय पात्र भगवान राम हैं, जो अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र हैं।
रामायण की कथा राम के जीवन के चार महत्वपूर्ण चरणों को दर्शाती है: उनका जन्म, वनवास, सीता का हरण, और अंततः रावण का वध। यह महाकाव्य न केवल राम के आदर्श चरित्र को प्रस्तुत करता है, बल्कि भाईचारे, कर्तव्य, प्रेम, और धर्म के आदर्शों को भी उजागर करता है। वाल्मीकि रामायण में राम के चरित्र को “मर्यादा पुरुषोत्तम” के रूप में चित्रित किया गया है, जो धर्म, सत्य और न्याय के प्रतीक हैं।
इस महाकाव्य का प्रभाव भारतीय संस्कृति, धर्म, और समाज पर अत्यधिक है। इसे भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं में गहराई से व्याप्त माना जाता है, और आज भी यह भारतीय जनमानस में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
प्रस्तुत पुस्तक वाल्मीकि रामायण का सहज और सुंदर हिन्दी अनुवाद है जो की रामायण जी को और भी गंभीरता से पढ़ने के लिए प्रेरित करता है ।
Be the first to review “Shrimad Valmiki Ramayan- Keval Hindi” Cancel reply
Description
वाल्मीकि रामायण भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण और आदरणीय महाकाव्य है। इसे संस्कृत भाषा में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित माना जाता है। रामायण में 24,000 श्लोक हैं, जिन्हें सात कांडों में विभाजित किया गया है: बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किंधाकांड, सुंदरकांड, युद्धकांड, और उत्तरकांड। इस महाकाव्य का केंद्रीय पात्र भगवान राम हैं, जो अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र हैं।
रामायण की कथा राम के जीवन के चार महत्वपूर्ण चरणों को दर्शाती है: उनका जन्म, वनवास, सीता का हरण, और अंततः रावण का वध। यह महाकाव्य न केवल राम के आदर्श चरित्र को प्रस्तुत करता है, बल्कि भाईचारे, कर्तव्य, प्रेम, और धर्म के आदर्शों को भी उजागर करता है। वाल्मीकि रामायण में राम के चरित्र को “मर्यादा पुरुषोत्तम” के रूप में चित्रित किया गया है, जो धर्म, सत्य और न्याय के प्रतीक हैं।
इस महाकाव्य का प्रभाव भारतीय संस्कृति, धर्म, और समाज पर अत्यधिक है। इसे भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं में गहराई से व्याप्त माना जाता है, और आज भी यह भारतीय जनमानस में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
प्रस्तुत पुस्तक वाल्मीकि रामायण का सहज और सुंदर हिन्दी अनुवाद है जो की रामायण जी को और भी गंभीरता से पढ़ने के लिए प्रेरित करता है ।
About Author
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “Shrimad Valmiki Ramayan- Keval Hindi” Cancel reply
[wt-related-products product_id="test001"]
Related products
RELATED PRODUCTS
Ganeshshankar Vidyarthi – Volume 1 & 2
Save: 30%
Horaratnam of Srimanmishra Balbhadra (Vol. 1): Hindi Vyakhya
Save: 10%
Purn Safalta ka Lupt Gyan Bhag-1 | Dr.Virindavan Chandra Das
Save: 20%
Sacred Books of the East (50 Vols.)
Save: 10%
Reviews
There are no reviews yet.