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Maut Ka Vilap
Publisher:
Sahitya Vimarsh
| Author:
Surender Mohan Pathak
| Language:
HIndi
| Format:
Paperback
Publisher:
Sahitya Vimarsh
Author:
Surender Mohan Pathak
Language:
HIndi
Format:
Paperback
₹199 ₹198
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In stock
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3-5 Days
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Book Type |
---|
ISBN:
SKU
9789392829093
Categories Crime/Thriller/Mystery, Hindi
Categories: Crime/Thriller/Mystery, Hindi
Page Extent:
235
Maut Ka Vilap- Stories by Surendra Mohan Pathak
मौत का विलाप
घड़ी की गवाही
57 साल पुराना आदमी
आँख का तारा
मौत का साया
ताश के पत्ते
ट्रेन में लाश
नैकलेस की चोरी
जुर्म का इकबाल
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Description
Maut Ka Vilap- Stories by Surendra Mohan Pathak
मौत का विलाप
घड़ी की गवाही
57 साल पुराना आदमी
आँख का तारा
मौत का साया
ताश के पत्ते
ट्रेन में लाश
नैकलेस की चोरी
जुर्म का इकबाल
About Author
सुरेन्द्र मोहन पाठक का जन्म 19 फरवरी, 1940 को पंजाब के खेमकरण में हुआ था। विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल करने के बाद उन्होंने भारतीय दूरभाष उद्योग में नौकरी कर ली। युवावस्था तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लेखकों को पढ़ने के साथ उन्होंने मारियो पूजो और जेम्स हेडली चेज़ के उपन्यासों का अनुवाद शुरू किया। इसके बाद मौलिक लेखन करने लगे। सन 1959 में, आपकी अपनी कृति, प्रथम कहानी “57 साल पुराना आदमी” मनोहर कहानियां नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। आपका पहला उपन्यास “पुराने गुनाह नए गुनाहगार”, सन 1963 में “नीलम जासूस” नामक पत्रिका में छपा था। सुरेन्द्र मोहन पाठक के प्रसिद्ध उपन्यास असफल अभियान और खाली वार थे, जिन्होंने पाठक जी को प्रसिद्धि के सबसे ऊंचे शिखर पर पहुंचा दिया। इसके पश्चात उन्होंने अभी तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उनका पैंसठ लाख की डकैती नामक उपन्यास अंग्रेज़ी में भी छपा और उसकी लाखों प्रतियाँ बिकने की ख़बर चर्चा में रही। उनकी अब तक 313 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनका नवीनतम उपन्यास जीत सिंह सीरीज का ‘दुबई गैंग’ है।
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