SalePaperback
ANJURI BHAR PHOOL
Publisher:
Setu Prakashan
| Author:
AJIT KUMAR
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Setu Prakashan
Author:
AJIT KUMAR
Language:
Hindi
Format:
Paperback
₹550 ₹440
Save: 20%
In stock
Ships within:
3-5 Days
In stock
ISBN:
SKU
9789389830798
Category Hindi
Category: Hindi
Page Extent:
544
Be the first to review “ANJURI BHAR PHOOL” Cancel reply
About Author
पूरा नाम : अजितकुमार शंकर चौधरी जन्म : 9 जून 1933, लखनऊ (उत्तर प्रदेश); निधन : 17 जुलाई 2017, दिल्ली इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी में उच्च शिक्षा पूरी कर अध्यापन में संलग्न। बीच में कुछ अरसा विदेश मन्त्रालय के हिन्दी विभाग में अनुवाद। दिल्ली के प्रसिद्ध किरोड़ीमल कॉलेज में लम्बे समय तक अध्यापन के बाद यहीं से सेवानिवृत्त। उपन्यास : ‘छुट्टियाँ’, ‘दूरियाँ’ कहानी-संग्रह : ‘छाता और चारपाई’, ‘राहुल के जूते’, ‘दस प्रतिनिधि कहानियाँ’ कविता-संग्रह : ‘अकेले कण्ठ की पुकार’, ‘अंकित होने दो’, ‘ये फूल नहीं’, ‘घरौन्दा’, ‘हिरनी के लिए’, ‘घोंघे’, ‘ऊसर’ आलोचना : ‘इधर की हिन्दी कविता’, ‘कविता का जीवित संसार’, ‘सात छायावादोत्तर कवि’ संस्मरण: ‘दूर वन में, निकट मन में’, ‘अँधेरे में जुगनू’, ‘जिनके संग जिया’, ‘वो सूरतें’ ललित निबन्ध : ‘दिल्ली हमेशा दूर’ यात्रा आख्यान : ‘सफ़री झोले में’, ‘यहाँ से कहीं भी’, ‘सफ़री झोले में कुछ और’, ‘सफ़री झोला’ (समग्र यात्रा आख्यान एक ज़िल्द में) डायरी: ‘धीरे-धीरे, धीरेधीरे’ (कुल चार खण्ड, तीन प्रकाशनाधीन) सम्पादन : ‘बच्चन निकट से’, ‘आचार्य रामचन्द्र शुक्ल विचारकोश’, ‘हिन्दी की प्रतिनिधि श्रेष्ठ कविताएँ’ (दो खण्ड), ‘आठवें दशक की श्रेष्ठ प्रतिनिधि कविताएँ’, ‘बच्चन रचनावली’ (ग्यारह खण्ड), ‘सुमित्राकुमारी सिनहा रचनावली’, ‘बच्चन की आत्मकथा’, ‘बच्चन के चुने हुए पत्र’, ‘कीर्ति चौधरी की कविताएँ’, ‘कीर्ति चौधरी की कहानियाँ’, ‘कीर्ति चौधरी की समग्र कविताएँ’, ‘नागपूजा और ओंकारनाथ श्रीवास्तव की अन्य कहानियाँ’, ‘बच्चन के साथ क्षणभर’, ‘दुनिया रंग-बिरंगी’ अन्य : दूरदर्शन के लिए अनेक वर्षों तक ‘पत्रिका’ कार्यक्रम का संयोजनसंचालन।
Reviews
There are no reviews yet.
Be the first to review “ANJURI BHAR PHOOL” Cancel reply
[wt-related-products product_id="test001"]
Related products
RELATED PRODUCTS
Ganeshshankar Vidyarthi – Volume 1 & 2
Save: 30%
Horaratnam of Srimanmishra Balabhadra (Vol. 2): Hindi Vyakhya
Save: 20%
Horaratnam of Srimanmishra Balbhadra (Vol. 1): Hindi Vyakhya
Save: 10%
Horaratnam of Srimanmishra Balbhadra (Vol. 1): Hindi Vyakhya
Save: 10%
Purn Safalta ka Lupt Gyan Bhag-1 | Dr.Virindavan Chandra Das
Save: 20%
Sacred Books of the East (50 Vols.)
Save: 10%
Reviews
There are no reviews yet.