Arunachal Pradesh Ki Lokkathayen

Publisher:
Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
| Author:
Prof. Nand Kishore Pandey / Prof. Harish Kumar Sharma
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
Author:
Prof. Nand Kishore Pandey / Prof. Harish Kumar Sharma
Language:
Hindi
Format:
Paperback

175

Save: 30%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Weight 250 g
Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789355210128 Category
Category:
Page Extent:
184

अरुणाचल प्रदेश की लोककथाएँ अरुणाचल प्रदेश भारत के उत्तर-पूर्वी भूभाग में अवस्थित एक शांत, सुरम्य और वैविध्यसंपन्न मूलतः जनजातीय राज्य है। अतीतकाल से यहाँ लिखित साहित्य की परंपरा प्रायः नहीं रही। शताब्दियों से मौखिक रूप में प्रचलित लोक-साहित्य ही यहाँ की परंपरागत धरोहर है। इस संग्रह की लोककथाएँ अरुणाचल प्रदेश, उसके लोकजीवन, लोकजीवन के वैशिष्ट्य, उस वैशिष्ट्य के मूल उत्स और फिर हिंदी लोक-साहित्य और संस्कृति से उसके साम्य-वैषम्य का परिचय करवाएँगी। आदमी की अप्रतिम जिजीविषा, साहस, संघर्ष और पराक्रम की कथाएँ हैं। निश्चित रूप से अरुणाचल प्रदेश की भिन्न-भिन्न जनजातियों में प्रचलित लोककथाओं का यह संग्रह अरुणाचली समाज, संस्कृति और साहित्य को जानने तथा उनके वैशिष्ट्य को समझने में तो हिंदी-पाठकों के लिए सहायक सिद्ध होगा ही, उनका तादात्म्य भी इनसे बना पाएगा।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Arunachal Pradesh Ki Lokkathayen”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

अरुणाचल प्रदेश की लोककथाएँ अरुणाचल प्रदेश भारत के उत्तर-पूर्वी भूभाग में अवस्थित एक शांत, सुरम्य और वैविध्यसंपन्न मूलतः जनजातीय राज्य है। अतीतकाल से यहाँ लिखित साहित्य की परंपरा प्रायः नहीं रही। शताब्दियों से मौखिक रूप में प्रचलित लोक-साहित्य ही यहाँ की परंपरागत धरोहर है। इस संग्रह की लोककथाएँ अरुणाचल प्रदेश, उसके लोकजीवन, लोकजीवन के वैशिष्ट्य, उस वैशिष्ट्य के मूल उत्स और फिर हिंदी लोक-साहित्य और संस्कृति से उसके साम्य-वैषम्य का परिचय करवाएँगी। आदमी की अप्रतिम जिजीविषा, साहस, संघर्ष और पराक्रम की कथाएँ हैं। निश्चित रूप से अरुणाचल प्रदेश की भिन्न-भिन्न जनजातियों में प्रचलित लोककथाओं का यह संग्रह अरुणाचली समाज, संस्कृति और साहित्य को जानने तथा उनके वैशिष्ट्य को समझने में तो हिंदी-पाठकों के लिए सहायक सिद्ध होगा ही, उनका तादात्म्य भी इनसे बना पाएगा।

About Author

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Arunachal Pradesh Ki Lokkathayen”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED