Antas Ki Khurchan (PB)

Publisher:
Radhakrishna Prakashan
| Author:
Yatish Kumar
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Radhakrishna Prakashan
Author:
Yatish Kumar
Language:
Hindi
Format:
Paperback

239

Save: 20%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Weight 0.194 g
Book Type

Availiblity

ISBN:
SKU 9789391950057 Category
Category:
Page Extent:

‘यतीश कुमार की कविताओं को मैंने पढ़ा। अच्छी रचना से मुझे सार्वजनिकता मिलती है। मैं कुछ और सार्वजनिक हुआ, कुछ और बाहर हुआ, कुछ अन्य से मिला, उनके साथ हुआ और उनके साथ चला।’—विनोद कुमार शुक्लयतीश की कविता का कुनबा काफ़ी बड़ा है, जिसमें आवाँ जितने पात्र भरे पड़े हैं। इनका वैविध्य उनकी संवेदना की परिधि को कहीं व्यापक बनाता है तो कहीं भरमाता है। इस विचलन को हुनर में बदल देने की सम्भावना और भरपूर क्षमता उनके कवित्व में मौजूद है, जिसका प्रमाण हैं इस संकलन की कविताएँ।—अष्टभुजा शुक्ल

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Antas Ki Khurchan (PB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

‘यतीश कुमार की कविताओं को मैंने पढ़ा। अच्छी रचना से मुझे सार्वजनिकता मिलती है। मैं कुछ और सार्वजनिक हुआ, कुछ और बाहर हुआ, कुछ अन्य से मिला, उनके साथ हुआ और उनके साथ चला।’—विनोद कुमार शुक्लयतीश की कविता का कुनबा काफ़ी बड़ा है, जिसमें आवाँ जितने पात्र भरे पड़े हैं। इनका वैविध्य उनकी संवेदना की परिधि को कहीं व्यापक बनाता है तो कहीं भरमाता है। इस विचलन को हुनर में बदल देने की सम्भावना और भरपूर क्षमता उनके कवित्व में मौजूद है, जिसका प्रमाण हैं इस संकलन की कविताएँ।—अष्टभुजा शुक्ल

About Author

यतीश कुमार

यतीश कुमार का जन्म 21 अगस्त, 1976 को मुंगेर, बिहार में हुआ। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में साहित्य-जगत में अपनी विशेष रचनात्मक उपस्थ‍िति दर्ज कराई है। चर्चित उपन्यासों, कहानियों और वृत्तान्तों पर उनकी काव्यात्मक समीक्षाओं ने पाठकों का ध्यान ख़ासतौर पर आकर्षित किया है।

उनकी प्रकाशित कृतियाँ हैं—‘अन्तस की खुरचन’ और ‘आविर्भाव’ (कविता-संग्रह)।

उनकी कविताएँ और संस्मरण ‘नया ज्ञानोदय’, ‘हंस’, ‘अहा! ज़िन्दगी’, ‘सन्मार्ग’, ‘प्रभात ख़बर’ और ‘वागर्थ’ सहित अधि‍कतर प्रति‍िष्ठत पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। ‘समालोचन’, ‘जानकी पुल’, ‘पहली बार’, ‘कविता कोश’ आदि चर्चित साहित्यिक ब्‍लॉगों पर भी उनकी रचनाएँ प्रकाशित हैं।

साहित्य सृजन के साथ-साथ विभिन्न साहित्यिक-सामाजिक संस्थाओं से भी वे सक्रिय रूप से जुड़े हैं और इन दिनों कोलकाता की साहित्यिक संस्था ‘नीलाम्बर’ के अध्यक्ष हैं।

वर्तमान में वे भारतीय रेलवे सेवा के प्रशासनिक अधिकारी हैं और ‘ब्रेथवेट एंड कम्पनी लिमिटेड’ (रेल मंत्रालय) का कार्यभार सँभाल रहे हैं।

ई-मेल : yatishkr93@gmail.com

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Antas Ki Khurchan (PB)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED