Indira Files

Publisher:
Prabhat Prakashan
| Author:
Vishnu Sharma
| Language:
Hindi
| Format:
Paperback
Publisher:
Prabhat Prakashan
Author:
Vishnu Sharma
Language:
Hindi
Format:
Paperback

315

Save: 30%

In stock

Ships within:
1-4 Days

In stock

Weight 300 g
Book Type

ISBN:
SKU 9788196094621 Categories ,
Categories: ,
Page Extent:
296

लेकिन इंदिरा गांधी ही क्यों?

आजाद भारत में इंदिरा गांधी वंशवाद का सबसे बड़ा और पहला उदाहरण हैं। वंशवाद का एक ऐसा उत्पाद, जिसको लौह महिला भी कहा जाता है और दूसरी तरफ आपातकाल थोपने के लिए हर साल उनकी तानाशाही को श्रद्धांजलि भी दी जाती है।

एक तरफ पाकिस्तान के दो टुकड़े करके इंदिरा गांधी ने भारतीय इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखवा लिया, तो दूसरी तरफ गांधारी की तरह बेटे को अंधा प्रेम कर ‘संजय की मम्मी, बड़ी निकम्मी’ जैसा नारा भी झेला।

एक तरफ सिक्किम विलय में अहम भूमिका निभाई तो दूसरी तरफ ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का दाग उनकी मौत भी नहीं मिटा पाई।

एक तरफ परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत और हिम्मत को पर लगा दिए तो दूसरी तरफ पहली ऐसी प्रधानमंत्री बनीं, जिनको हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री पद से ही हटने का आदेश जारी कर दिया।

यह पुस्तक किसी भी जागरूक पाठक, शोधार्थी, पत्रकार, नेता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए काफी तथ्यात्मक हो सकती है। कुछ मुद्दे जो इस पुस्तक में लिखे गए हैं, वे और ज्यादा जगह माँगते थे, लेकिन ज्यादा विषयों को लेने की रणनीति के चलते उन्हें सीमित जगह ही दी गई। शोधार्थी इसको आधार बनाकर और गहन अध्ययन कर सकते हैं।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Indira Files”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Description

लेकिन इंदिरा गांधी ही क्यों?

आजाद भारत में इंदिरा गांधी वंशवाद का सबसे बड़ा और पहला उदाहरण हैं। वंशवाद का एक ऐसा उत्पाद, जिसको लौह महिला भी कहा जाता है और दूसरी तरफ आपातकाल थोपने के लिए हर साल उनकी तानाशाही को श्रद्धांजलि भी दी जाती है।

एक तरफ पाकिस्तान के दो टुकड़े करके इंदिरा गांधी ने भारतीय इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखवा लिया, तो दूसरी तरफ गांधारी की तरह बेटे को अंधा प्रेम कर ‘संजय की मम्मी, बड़ी निकम्मी’ जैसा नारा भी झेला।

एक तरफ सिक्किम विलय में अहम भूमिका निभाई तो दूसरी तरफ ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का दाग उनकी मौत भी नहीं मिटा पाई।

एक तरफ परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत और हिम्मत को पर लगा दिए तो दूसरी तरफ पहली ऐसी प्रधानमंत्री बनीं, जिनको हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री पद से ही हटने का आदेश जारी कर दिया।

यह पुस्तक किसी भी जागरूक पाठक, शोधार्थी, पत्रकार, नेता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए काफी तथ्यात्मक हो सकती है। कुछ मुद्दे जो इस पुस्तक में लिखे गए हैं, वे और ज्यादा जगह माँगते थे, लेकिन ज्यादा विषयों को लेने की रणनीति के चलते उन्हें सीमित जगह ही दी गई। शोधार्थी इसको आधार बनाकर और गहन अध्ययन कर सकते हैं।

About Author

विष्णु शर्मा लगभग 20 साल से पत्रकारिता क्षेत्र में सक्रिय हैं। प्रिंट, टीवी, न्यूज साइट और यूट्यूब—सभी विधाओं में कार्यरत रहे हैं। अमर उजाला, न्यूज24, इंडिया न्यूज आदि मीडिया समूहों से जुड़े रहे हैं। वर्तमान में एक पॉलटिकल न्यूज कंसल्टेंसी के साथ बतौर मीडिया एडवाइजर और जी न्यूज से बतौर फिल्म समीक्षक जुड़े हैं। इतिहास और फिल्मों में चलनेवाले एजेंडे के खिलाफ उनका काफी काम है, फैक्ट चेकिंग पर उनके बहुत से लेख और वीडियो विभिन्न न्यूज साइट्स व यूट्यूब चैनलों का हिस्सा हैं। मुंबई में ई24 चैनल लॉञ्चिंग में उनकी अहम भूमिका रही। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल (IFFI), गोवा समेत विभिन्न फिल्म समारोहों की ज्यूरी में रहे हैं, कई साहित्य समारोहों एवं टीवी बहस का भी हिस्सा रहते आए हैं। उनकी पुस्तकें ‘गुमनाम नायकों की गौरवशाली गाथाएँ’ और ‘इतिहास के 50 वायरल सच’ युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। बच्चों की एक एनिमेशन फिल्म ‘4th' ईडियट’ के गीत व डायलॉग लिख चुके हैं। दिल्ली के इतिहास पर दैनिक जागरण में उनका कॉलम ‘दौर ए दिल्ली’ काफी चर्चित रहा है। महावीर चक्र विजेताओं पर उनकी कहानियाँ ऑडिबल एप पर नीलेश मिश्रा के शो ‘योद्धा’ का हिस्सा बनीं हैं। एबीपी न्यूज उन्हें बेस्ट ब्लॉगर अवॉर्ड से और डॉ. राजेंद्र प्रसाद का पारिवारिक ट्रस्ट ‘देश रत्न सम्मान’ से सम्मानित कर चुका है।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Indira Files”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED PRODUCTS

RECENTLY VIEWED